चूरू. कोरोना के इस जंग में जहां एक ओर सरकार हर संभव प्रयास कर रहा है, ऐसे में राजनीति भी अपने चरम पर है. इस बीच उपेनता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर वस्तुस्थिति को छुपाने का आरोप लगाया है.
राठौड़ ने प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि कोरोना के विरुद्ध हमने सरकार का साथ देने की बात कही थी, लेकिन एक के बाद एक कर तीन विधायकों पर मुकदमा होना, गंगानगर में पूर्व चेयरमैन पर मुकदमा और सोशल मीडिया में टिप्पणी के नाम पर 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज करना यह सरकार की भेदभावपूर्ण नीति का रवैया है. उन्होंने सीएम से कहा कि संकीर्णता के साथ कांग्रेस पार्टी के नेता की भूमिका में कार्य ना करे, बल्कि अभिभावक की भूमिका में आकर कार्य करे.
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राठौड़ ने कहा कि जिस प्रकार से सरकारी सहायता पहुंचाने में सरकार ने इस सहायता का कांग्रेसीकरण किया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जो भी योजनाएं हैं, उनमें किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जा रहा, वह चाहे जन धन योजना हो या उज्वला योजना, सभी लोगों के पास इन योजनाओं का लाभ पहुंचा है. लेकिन राजस्थान की सरकार जो सहायता दे रही है, उसका पूरी तरह से कांग्रेसीकरण कर रही है. यह होना दुर्भाग्य जनक है.
राठौड़ ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दूसरी ओर सरकार वस्तुस्थिति को जनता से छुपाने की कोशिश कर रही है. कल तक छह करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की बात की जा रही थी तो आज सर्वेक्षण की बात कही जा रही है. प्रदेश सरकार ने 1 लाख बेड की बात कही, लेकिन पूरे राजस्थान भर में नौ हजार 400 से अधिक बेड नहीं है. यह भ्रामक बात नहीं की जानी चाहिए. कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सर्व दल और सर्व समाज को साथ लेकर सरकार को चलना चाहिए, इस बारे में मुख्यमंत्री को कई बार कहा जा चुका है. साथ ही कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ जो अन्याय हो रहा है, उसका हम पुरजोर विरोध करेंगे और कानून सम्मत हम लड़ाई भी लड़ेंगे.