चूरू. जिल में 25 मार्च से लेकर 2 जून तक नहरबंदी होने वाली है. इसके लिए जिला कलेक्टर ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में इंदिरा गांधी नहर और पेयजल विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और सभी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस बैठक में कलेक्टर ने पेयजल अधिकारियों से कहा कि नहरबंदी के दौरान जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी पेट्रोलिंग और आपसी समन्वय कायम रखते हुए पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए प्रभावी प्रयास करें.
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने कहा कि नहर बंदी के दौरान जिले में 25 मार्च से 3 मई तक आंशिक नहरों की बंदी रहेगी. वहीं, 4 मई से 2 जून तक 30 दिन की पूर्ण नहरबंदी रहेगी. उन्होंने कहा कि जिले के समस्त सरकारी और निजी पेयजल स्त्रोतों में नहर बंदी से पूर्व ही पर्याप्त पेयजल स्टोरेज करें. ताकि पूर्ण नहरबंदी के दौरान पेयजल विभाग एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल आपूर्ति कर सकें और नहरबंदी से पूर्व नहर पाइप लाइनों की मरम्मत करना सुनिश्चित करें.
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नायक ने बताया कि जिले में नहर पाइपलाइन से पानी चोरी को रोकने के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में उपखंड अधिकारी तारानगर, एसएचओ तारानगर, अधिशासी अभियंता तारानगर आपसी समन्वय बनाए रखते हुए पेयजल की चोरी पर नियंत्रण करेंगे और पानी चोरी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कारवाई करेंगे.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर बलदेव प्रसाद शर्मा ने समीक्षा करते हुए कहा कि नहर बंदी से पूर्व पेयजल विभाग और निजी व्यक्ति पानी का पर्याप्त स्टोरेज करें. ताकि पशुधन के लिए भी पेयजल की कमी ना आए. नहर बंदी के दौरान तय समय पर पेयजल आपूर्ति करें और प्रभावी पेट्रोलिंग कर पेयजल स्त्रोतों का निरीक्षण करें.
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इस दौरान बैठक में जिला कलेक्टर नायक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर बलदेव प्रसाद शर्मा, हनुमानगढ़ मुख्य अभियंता विनोद मित्तल, अतिरिक्त मुख्य अभियंता चूरू एके गुप्ता, अधीक्षण अभियंता चूरु रंजीत ख्यालिया और हनुमानगढ़ रावतसर के पेयजल अभियंता उपस्थित रहे.