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कमाई करने गया बेटा फंसा विदेश में, घर पर आर्थिक संकट - सऊदी अरब में फंसा चूरू निवासी

चूरू के अगुणा मोहल्ले के निवासी खुशी मोहम्मद सऊदी अरब की मनवा कंपनी में फंसे 28 भारतीयों में से एक हैं, जो वहां काम करने गया था. लेकिन, अब फंस गया. वहीं यहां भारत में उसके परिवार की भी स्थिति दयनीय हो गई है. बुढ़े मां-बाप जैसे-तैसे परिवार का और अपना पेट पाल रहे हैं.

Khushi Mohammed has stuck in Saudi Arabia, सऊदी अरब में फंसा चूरू निवासी
सऊदी अरब में फंसा चूरू का खुशी मोहम्मद
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Published : Jan 27, 2020, 2:56 AM IST

Updated : Jan 27, 2020, 4:09 AM IST

चूरू. दो वक्त की रोटी कमाने विदेश गए चूरू जिले के चार युवकों को आज निवाले के भी लाले पड़ रहे हैं. शहर के अगुणा मोहल्ले के खुशी मोहम्मद,गांव हामुसर के वजीर खान, गांव महलाना के रणवीर सिंह और गांव मोडावासी के अनीश खान उन 28 भारतीयों में से एक हैं, जो सऊदी अरब की मनवा कंपनी में कमाने गए थे, लेकिन आज वहां अपनी जिंदगी के सबसे बुरे वक्त से दो-चार हो रहे हैं. जिले के अगुणा मोहल्ले का खुशी मोहम्मद जहां विदेश में भुखमरी के साथ बीमारी से जूझ रहा है. वहीं उसके परिवार की माली हालत भी अब कमजोर हो चली है.

सऊदी अरब में फंसा चूरू का खुशी मोहम्मद

बता दें कि खुशी के 68 साल के बुजुर्ग पिता नत्थू खां इस उम्र में मजदूरी नहीं कर सकते, इसलिए घर-घर जाकर गाय का दूध दुह कर किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. वहीं नत्थू खां की पत्नी सहीदन अपनी दो बहुओं के साथ पिछले 6 महीने से बूंदी बंधेज का कार्य करके खुशी मोहम्मद के बच्चों की पढ़ाई की फीस चुका रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे खुशी मोहम्मद के परिवारजनों ने मदद की गुहार लगाई है, हालांकि चूरू शहर के कुछ युवाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप मिशन रियाद टू इंडिया बनाकर विदेश में फंसे चारों युवकों की वतन वापसी के प्रयास कर रहे हैं.

ये पढ़ेंः JLF में CAA और NRC का विरोध करने पहुंचे JNU स्टूडेंट्स, पुलिस ने 5 को लिया हिरासत में

बता दें कि खुशी मोहम्मद, वजीर खान, रणवीर सिंह तथा अनीश खान सऊदी अरब की कंपनी में मजदूरी के लिए गए थे. लेकिन, पिछले 6 महीना से इन लोगों की हालत दयनीय है. इन लोगों को कंपनी ने न तो तनख्वाह दी और ना ही खाना. इन चार भारतीयों को एक कमरे में अपनी जिंदगी बसर करनी पड़ रही है. इनका मेडिकल कार्ड और हकमा भी एक्सपायर हो चुका है. वतन वापसी की उम्मीद लगाए बैठे इन लोगों को खाना भी मांग कर खाना पड़ रहा है और यहां परिवार वालों का हाल बेहाल है.

चूरू. दो वक्त की रोटी कमाने विदेश गए चूरू जिले के चार युवकों को आज निवाले के भी लाले पड़ रहे हैं. शहर के अगुणा मोहल्ले के खुशी मोहम्मद,गांव हामुसर के वजीर खान, गांव महलाना के रणवीर सिंह और गांव मोडावासी के अनीश खान उन 28 भारतीयों में से एक हैं, जो सऊदी अरब की मनवा कंपनी में कमाने गए थे, लेकिन आज वहां अपनी जिंदगी के सबसे बुरे वक्त से दो-चार हो रहे हैं. जिले के अगुणा मोहल्ले का खुशी मोहम्मद जहां विदेश में भुखमरी के साथ बीमारी से जूझ रहा है. वहीं उसके परिवार की माली हालत भी अब कमजोर हो चली है.

सऊदी अरब में फंसा चूरू का खुशी मोहम्मद

बता दें कि खुशी के 68 साल के बुजुर्ग पिता नत्थू खां इस उम्र में मजदूरी नहीं कर सकते, इसलिए घर-घर जाकर गाय का दूध दुह कर किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. वहीं नत्थू खां की पत्नी सहीदन अपनी दो बहुओं के साथ पिछले 6 महीने से बूंदी बंधेज का कार्य करके खुशी मोहम्मद के बच्चों की पढ़ाई की फीस चुका रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे खुशी मोहम्मद के परिवारजनों ने मदद की गुहार लगाई है, हालांकि चूरू शहर के कुछ युवाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप मिशन रियाद टू इंडिया बनाकर विदेश में फंसे चारों युवकों की वतन वापसी के प्रयास कर रहे हैं.

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बता दें कि खुशी मोहम्मद, वजीर खान, रणवीर सिंह तथा अनीश खान सऊदी अरब की कंपनी में मजदूरी के लिए गए थे. लेकिन, पिछले 6 महीना से इन लोगों की हालत दयनीय है. इन लोगों को कंपनी ने न तो तनख्वाह दी और ना ही खाना. इन चार भारतीयों को एक कमरे में अपनी जिंदगी बसर करनी पड़ रही है. इनका मेडिकल कार्ड और हकमा भी एक्सपायर हो चुका है. वतन वापसी की उम्मीद लगाए बैठे इन लोगों को खाना भी मांग कर खाना पड़ रहा है और यहां परिवार वालों का हाल बेहाल है.

Intro:चूरू_विदेश में फंसे अपने लाल के इंतजार में शहर के अगुणा मोहल्ले के 68 वर्षीय नत्थू खा और माँ सहीदन की आंखे हर पल अपने बेटे का आने का इंताजर कर रही है.68 वर्षीय बुजुर्ग पिता नत्थू खा इस उम्र में जहा घर घर जाकर गाय का दूध दुह कर परिवार चला रहे है तो माँ बूंदी बंधेज कर कर रही सहायता.सऊदी अरब की मनवा कंपनी में फसे 28 भारतीयों में से एक है अगुणे मोहल्ले का खुशी।


Body:चूरू दो वक्त की रोटी कमाने विदेश गए चूरू जिले के चार युवकों को आज निवाले के भी लाले पड़ रहे हैं शहर के अगुणा मोहल्ले के खुशी मोहम्मद,गांव हामुसर के वजीर खान,गाँव महलाना के रणवीर सिंह तथा गांव मोडावासी के अनीश खान उन 28 भारतीयों में से एक है जो सऊदी अरब की मनवा कंपनी में कमाने गए थे लेकिन आज वह अपनी जिंदगी के सबसे बुरे वक्त से दो-चार हो रहे हैं. चूरू के अगुणा मोहल्ले का खुशी मोहम्मद जहां विदेश में भुखमरी के साथ बीमारी से जूझ रहा है वही उसके परिवार की माली हालत भी अब कमजोर हो चली है।




Conclusion:खुशी के 68 वर्षीय बुजुर्ग पिता नत्थू खा इस उम्र में मजदूरी तो नहीं कर सकती इसलिए घर घर जाकर गाय का दूध दुह कर किसी किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं नत्थू खा की पत्नी सहीदन अपनी दो बहुओं के साथ पिछले 6 महीने से बूंदी बंधेज का कार्य करके खुशी मोहम्मद के बच्चों की पढ़ाई की फीस चुका रही है वही आर्थिक तंगी से जूझ रहे खुशी मोहम्मद के परिवारजनों ने मदद की गुहार लगाई है हालांकि चूरू शहर के कुछ युवाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप मिशन रियाद टू इंडिया बनाकर विदेश में फंसे चारों युवकों की वतन वापसी के प्रयास कर रहे है।
बता दें कि खुशी मोहम्मद वजीर खान रणवीर सिंह तथा अनीश खान सऊदी अरब की कंपनी में मजदूरी के लिए गए थे लेकिन पिछले 6 महीना से इन लोगों की हालत दयनीय है इन लोगों को कंपनी ने न तो तनख्वाह दी और ना ही खाना इन चार भारतीयों को एक कमरे में अपनी जिंदगी बसर करनी पड़ रही है इनका मेडिकल कार्ड एवं हकमा भी एक्सपायर हो चुका है वतन वापसी की उम्मीद लगाए बैठे इन लोगों को खाना भी मांग कर खाना पड़ रहा है और यहां परिवार वालों का हाल बेहाल है

बाईट_नत्थू खा,खुशी के पिता

बाईट_सहीदन,खुशी की माँ
Last Updated : Jan 27, 2020, 4:09 AM IST
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