सुजानगढ़ (चूरू). जिले के चाड़वास सरपंच कांता देवी गोदारा ने ग्राम सहकारी समिति पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाया है. इसको लेकर सरपंच ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. समिति व्यवस्थापक का कहना है कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना की गई है.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को निकटवर्ती ग्राम चाड़वास में ग्राम सेवा समिति की ओर से बनाए गए गोदाम और कार्यालय भवन के उद्घाटन की शिलालेख पट्टिका में सरपंच का नाम नहीं है. इसको लेकर सरपंच कांता देवी खफा हो गई. सरपंच ने मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत को पत्र भी लिखा है.
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सरपंच कांता देवी गोदारा ने कहा कि गांव की सरपंच होने के नाते प्रॉटोकॉल के तहत सहकारी सेवा समिति को सरपंच का नाम अनावरण पट्टिका में दर्ज करवाना चाहिए था, लेकिन ग्राम सेवा सहकारी समिति के अधिकारियों व व्यस्थापक की ओर से पट्टिका में नाम दर्ज नहीं कर उनकी अनदेखी की गई है. कांता देवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नए गोदाम भवन पर सरपंच का नाम दर्ज करवाकर पट्टिका लगवाने की मांग की है.
उपसरपंच गोपाल स्वामी ने कहा कि सरपंच गांव का मुखिया होता है. पंचायत की हर सरकारी भूमि और सरकारी भवनों की देखरेख की जिम्मेदारियां पंचायत के पास होती है, जिसके तहत अधिकारियों को अनावरण पट्टिका में नाम दर्ज करवाकर उन्हें सम्मान देना चाहिए.
इस मामले में ग्राम सेवा समिति के व्यवस्थापक हेमाराम मेघवाल ने कहा है कि राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर बजट घोषणा के अनुसार बने गोदाम व कार्यालय भवन में राज्य सरकार की ओर से प्राप्त निर्देश के अनुसार ही शिलालेख लगाई गई थी. इसका विवरण भी सीसीबी चूरू की ओर से बनाया गया. स्थानीय स्तर पर शिलालेख पट्टिका तैयार नहीं करवाई गई.