चूरू. लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज अपने अपने बूथ से अपनी पार्टी के प्रत्याशी को बढ़त नहीं दिला सके. इनमे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सरकार में मंत्री भंवर लाल मेघवाल और प्रतिपक्ष के उपनेता और बीजेपी के दिग्गज राजेंद्र राठौड़ सहित कई बड़े नेता शामिल हैं.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुए बीजेपी सरकार में मंत्री रहे राजकुमार रिणवा भी अपने बूथ पर कांग्रेस को बढ़त नहीं दिला सके. आठ विधानसभा क्षेत्रों में से पांच में कांग्रेस के विधायक हैं. इनमें से एक भी अपने क्षेत्र में पार्टी को बढ़त नहीं दिला सका. जबकि कुछ बड़े नाम ऐसे भी है जो अपने बूथ पर भी बढ़त नही दिला सके. अपने बूथ पर पिछड़ने वाले नेताओं में बीजेपी के बजाय कांग्रेस के नेता ज्यादा हैं.
कांग्रेस के यह नेता बूथ की बढ़त में पिछड़े
- सुजानगढ़ से विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल अपने बूथ पर कांग्रेस को बढ़त नहीं दिला सके. मेघवाल के बूथ पर बीजेपी को 389 वोट मिले जबकि कांग्रेस को 120 से ही संतोष करना पड़ा. यानी मंत्री के बूथ पर बीजेपी 269 मतों से आगे रही.
- सरदारशहर से विधायक भंवर लाल शर्मा के बूथ पर कांग्रेस 425 वोट से पीछे रही. यहां कांग्रेस को 150 और बीजेपी को 575 वोट मिले.
- तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया भी कांग्रेस को अपने बूथ पर बढत नहीं दिला सके. इस बूथ पर बीजेपी को 496 और कांग्रेस को 161 वोट मिले.
- वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे रतनगढ़ के राजकुमार रिणवा ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जॉइन की थी. रिणवा के बूथ पर भी कांग्रेस पीछे रही. यहां बीजेपी को 530 और कांग्रेस को 357 वोट मिले.
उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ के बूथ पर भाजपा को लीड नहीं
- चूरू में अपने बूथ पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ बीजेपी को लीड नहीं दिला सके.
- राठौड़ के बूथ पर कांग्रेस को 693 और बीजेपी को 155 वोट मिले.
इन नेताओं ने दिलाई बढत
कांग्रेस प्रत्याशी रफीक मंडेलिया खुद अपने बूथ पर आगे रहे. तारानगर से कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ सीएस वैध ने भी अपने बूथ पर बढत दिलवाई. बीजेपी सरकार में मंत्री रहे खेमाराम मेघवाल, रतनगढ़ से बीजेपी विधायक अभिनेष महर्षि और सरदारशहर से बीजेपी के पूर्व विधायक अशोक पींचा ने भी अपने बूथ से भाजपा को बढत दिलाने में कामयाब रहे.