चूरू. प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री भवर सिंह भाटी इन दिनों प्रदेश के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के नक्शे कदम पर चल रहे हैं. जिले के प्रभारी मंत्री भवर सिंह भाटी शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के आह्वान पर केंद्र सरकार से फ्री वैक्सिनेशन की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री होने के नाते चूरू तो आए, लेकिन ज्ञापन देने जिला कलेक्टर के पास नहीं गए.
यहां इससे भी बड़ी रोचक बात यह है कि प्रभारी मंत्री कलेक्ट्रेट भी आए और जिला परिषद सभागार में बैठक ली, लेकिन केंद्र सरकार से फ्री वैक्सिनेशन की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस के इस जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने के अभियान में शरीक नहीं हुए और ज्ञापन देने सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल और सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनियां और नगर परिषद सभापति पायल सैनी को भेजा.
जिले के प्रभारी मंत्री के द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने खुद नहीं जाने के फैसले को कुछ रोज पहले जयपुर में मंत्रिमंडल की हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बीच हुई नोक झोंक से जोड़ कर देखा जा रहा है. दोनों मंत्रियों में जयपुर में कुछ रोज पहले हुई बैठक में उस वक्त नोक झोंक हुई थी, जब प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा था कि कांग्रेस निशुल्क वैक्सीनेशन की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था और अब प्रदेश के हर जिले में कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देंगे. जिसमें प्रदेश के मंत्री भी शामिल होंगे.
डोटासरा द्वारा यह बात कहते ही शांति धारीवाल ने डोटासरा से कहा कि इसकी क्या जरूरत है. मंत्रियों का काम ज्ञापन देने का थोड़े ही है. इसी बात को लेकर दोनों में खूब तू-तू, मैं-मैं हुई थी और मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बाहर आए दोनों नेताओं में हुआ यह विवाद काफी बढ़ गया था और अगर वहां मौजूद अन्य मंत्री बीच बचाव ना करे तो हाथापाई तक की नौबत आ गई थी.