चूरू. जिले की तारानगर तहसील के गांव नेठवा में दस्तयाब की गई असम की बालिका 11 हफ्ते 6 दिन की गर्भवती है. गुरुवार को आई बालिका की मेडिकल जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ. लेकिन बालिका अपने साथ हैवानियत करने वाले आरोपियों के नाम नहीं बता पा रही है. बता दें, बालिका ना ही पूरी तरह से पुलिसकर्मियों की भाषा समझ पा रही है और ना ही अपनी पीड़ा बता पा रही है.
सरपंच की सूचना पर किया था दस्तयाब
बालिका के लावारिस हालत में घूमने की सूचना पुलिस को गांव के सरपंच ने दी थी. जिसके बाद पुलिस ने बालिका को दस्तयाब कर उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया था. समिति के आदेश पर पुलिस ने बुधवार को बालिका का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया और उसका प्रेगनेंसी टेस्ट करवाया, जिसकी जांच रिपोर्ट गुरुवार को पॉजिटिव आई है.
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दस्तयाब की गई असम की बालिका के गर्भवती होने की पुष्टि होते ही अब यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि बालिका के साथ हैवानियत हुई है. लेकिन बालिका के साथ दरिंदगी किसने की है इसका खुलासा नहीं हुआ है.
खरीद-फरोख्त से भी जुड़ा हो सकता है मामला
लावारिस हालत में बालिका के मिलने के बाद यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि कहीं पूरा मामला खरीद-फरोख्त से जुड़ा हुआ तो नहीं. क्योंकि जिले में इससे पहले असम राज्यो की बालिकाओं के खरीद-फरोख्त के मामले सामने आए थे.