चूरू. सरदार शहर में महिला नायब तहसीलदार और वकीलों के बीच हुए विवाद में भाषा की मर्यादाएं तार तार हो गईं. जिसका विरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है.
सरदारशहर तहसील में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ताओं का आरोप है कि नायब तहसीलदार ने बार के अध्यक्ष को थप्पड़ मारने की बात कही थी. नायब तहसीलदार वह वकीलों के बीच जन्म प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करवाने की बात को लेकर हुआ विवाद अब बढ़ता जा रहा है. मामले में रविवार को वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल चूरू जिला कलेक्टर से मिला और सरदारशहर की नायब तहसीलदार को हटाने की मांग की है.
जानिए पूरा मामला
वकील राम अवतार अपनी बहन के जन्म प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करवाने के लिए नायब तहसीलदार के पास गए थे. तत्काल हस्ताक्षर नहीं होने की बात पर वे वापस आ गए. इसके बाद एडवोकेट राजेंद्र पुरोहित उक्त काम को लेकर नायब तहसीलदार के चेंबर में गए उनकी आपस में बहस हो गई. इसकी जानकारी होते ही सभी अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर विरोध शुरू कर दिया. आरोप है कि इस दौरान अधिवक्ता को नायब तहसीलदार द्वारा थप्पड़ मारने की बात कही गई.
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इसके बाद आक्रोशित वकीलों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं इस घटना को लेकर थाने में तीन नामजद वकीलों सहित अन्य वकीलों के खिलाफ नायब तहसीलदार प्रतिक्षा सोनी ने मामला दर्ज करवाया है. वहीं पूरे मामले को लेकर जिला कलेक्टर सन्देश नायक का कहना है कि वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल मामले को लेकर मिला है. वे नायब तहसीलदार को हटाने की मांग कर रहे हैं. पूरे मामले के बाद हमारे प्रशासनिक अधिकारी भी अब खुद की सेफ्टी और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी.