चूरू. बस्ता उठाने वाले कंधों पर बोरियां लदवाने वालों के खिलाफ इन दिनों चूरू की मानव तस्कर विरोधी यूनिट की टीम ने कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है. बालश्रम के खिलाफ मानव तस्कर विरोधी यूनिट ने जिले में अभियान चला रखा है. इसी अभियान के तहत बुधवार को मानव तस्कर विरोधी यूनिट और चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक 13 वर्षीय बालक को बाल मजदूरी से मुक्त कराया. यह कार्रवाई ऑपरेशन आशा द्वितीय के तहत की गई. टीम ने बालक को रेलवे स्टेशन के पास एलआर स्टोर से मुक्त कराया.
मानव तस्कर विरोधी यूनिट चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने मौके पर दबिश दी तो बालक से स्टोर पर बालश्रम करवाया जा रहा था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दुकानदार के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया. टीम ने बालक का रेस्क्यू करने के बाद उसका राजकीय भर्तिया अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया. जिसके बाद बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया. जहां उसकी काउंसलिंग कर उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
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कांस्टेबल मदनलाल ने बताया कि ऑपरेशन आशा द्वितीय के तहत कार्रवाई का अभियान 1 अगस्त को शुरू किया गया है. यह अभियान 31 अगस्त तक जारी रहेगा. इससे पहले भी टीम ने कई बाल मजदूरों को बालश्रम से मुक्त कराया है. बालश्रम के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है. यहां करोड़ों बच्चों से आज भी बालश्रम कराया जा रहा है. सरकार की तरफ से तमाम योजनाएं और कानून बनाए गए बालश्रम को खत्म करने के लिए, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.