चूरू. तीन कृषि कानूनों के विरोध और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर 10 महीने से आंदोलनरत किसान संगठनों के राष्ट्रीय आह्वान पर 27 सितंबर को प्रस्तावित भारत बंद को जिले में कांग्रेस सहित 13 संगठनों ने समर्थन दिया है. शनिवार को प्रेस वार्ता कर भारतीय किसान यूनियन के चूरू जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने कहा कि आंदोलन में अब तक 700 किसानों की शहादत हो चुकी है. बावजूद इसके केंद्र सरकार न कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार हुई और न एमएसपी पर कानून बनाना उसे मंजूर है.
प्रेस वार्ता में किसान नेताओं ने कहा कि कॉरपोरेट घरानों से चलने वाली यह सरकार 70 सालों में किसानों के खून पसीने से सींची संस्थाओं को बेचने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के आंकड़े रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में बेहताशा वृद्धि ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है.
किसान सभा के जिला सचिव निर्मल प्रजापत ने कहा केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का नुकसान आज देश में किसान ही नहीं बल्कि संपूर्ण वर्ग भुगत रहा है. उन्होंने 27 सितंबर को प्रस्तावित भारत बंद को शांतिपूर्ण तरीके से बंद रखने की अपील करते हुए कहा की रीट परीक्षार्थियों को परेशानी न हो इसलिए परिवहन को छोड़कर सब कुछ बंद करवाएंगे. वहीं चूरू में कांग्रेस, मेडिकल एसोसिएशन, निजी शिक्षण संस्थानों, टेम्पो यूनियन सहित कुल 13 संगठनों ने भारत बंद को समर्थन दिया है.