चित्तौड़गढ़. जिले के ग्राम पंचायत समिति क्षेत्र में कांग्रेस की लक्ष्मी कंवर प्रधान बनने में कामयाब रही. चुनावी नतीजे सामने आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से कुछ सदस्यों को छोड़कर प्रधान बनाने का दावा कर रही थी, लेकिन जब मतदान का समय आया तो पार्टी के तमाम दावे फेल हो गए.
उल्टा कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों में सेंध मारने में कामयाब हो गई. यहां तक की भाजपा का एक सदस्य तो वोट करने भी नहीं पहुंचा. 15 सदस्यों वाली के पंचायत में 8 वार्ड पर कांग्रेस जीत गई जबकि 7 सदस्य भाजपा जीत कर लाई. यहां पर भाजपा के नेता कांग्रेस के कुछ सदस्यों को तोड़कर प्रधान बनाने का दावा कर रहे थे लेकिन गुरुवार को जब चुनावी नतीजे सामने आए तो पार्टी के नेताओं की हवाइयां उड़ती नजर आई.
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सेंधमारी कांग्रेस में तो नहीं हो पाई, लेकिन कांग्रेस जरूर भाजपा के एक सदस्य को अपने पक्ष में वोट करने में कामयाब रही और यहां कांग्रेस की लक्ष्मी कंवर प्रधान निर्वाचित हो गई. भारतीय जनता पार्टी का एक सदस्य तो मतदान करने ही नहीं पहुंचा. लक्ष्मी कंवर को 9 मत मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी 5 मत ही मिल पाए.
कपासन में बिजली सप्लाई को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
चित्तौड़गढ़ के कपासन में सिचाई के लिए रात को विद्युत देने और कर्मचारियों की हटधर्मिता के चलते सैकड़ों ग्रामिणों ने गांव लांगच के जीएसएस पर धरना प्रदर्शन किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार लांगच ग्राम पंचायत में किसानों को बिजली 4 से 5 घंटे ही दी जाती है और वो भी रात के समय में जिससे नाराज लांगच, सरोपा, कोदियाखेड़ी, हिंगोरिया, तुर्किया के सैकड़ों किसान लांगच जीएसएस पर पहुंचे और बिजली सप्लाई दिन में करने और 6 घंटे तक विधुत आपुर्ति करने सहित जीएसएस पर लगे कार्मिक नारायण लाल डांगी, रतन लाल डांगी और लाईन मैन कमलेश को हटाने की मांग करने लगे.
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सूचना पर विद्युत विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और बिजली सप्लाई को 6 घंटे करने और 5 दिन में बड़ा ट्रासफार्मर लगाने और 5 दिन में तीनों कर्मचारी को हटाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना धरना बंद किया.