चित्तौड़गढ़. जिले में मां के निधन के बाद 2 बेटियों ने अर्थी को कंधा दिया और मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी. मामला शुनिवार का है. शहर के शेती इलाके में शुक्रवार देर रात एक महिला का साइलेंट अटैक से निधन हो गया, जिसके बाद बेटियों ने फर्ज निभाते हुए मां का अंतिम संस्कार किया. ये मार्मिक दृश्य देख लोग अपने आंसू रोक नहीं पाए.
साइलेंट अटैक ने निधन : क्षेत्रीय पार्षद मुन्ना लाल गुर्जर ने बताया कि गुर्जर मोहल्ला शेती में रहने वाले महेंद्र सिंह चंद्रावत की पत्नी 35 वर्षीय कांता कवर की शुक्रवार रात को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई. मृतका की दो बेटियां 16 वर्षीय डिंपल और 12 वर्षीय पुरखा ही हैं. मौत की खबर सुनकर परिजन हॉस्पिटल पहुंचे और महेंद्र सिंह के साथ दोनों बेटियों को ढांढस बंधा कर घर ले आए.
बेटियों ने दी मुखाग्नि : उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे रिश्तेदारों के आने के बाद जब अर्थी उठी तो डिंपल और पुरखा को कंधा देते देखकर सभी के आंखों में आंसू आ गए. छोटी बेटी पुरखा हांडी लेकर आगे चल रही थी, वहीं डिंपल मां की अर्थी को कंधा देते हुए चल रही थी. शेती मोक्षधाम पर कांता कवर का अंतिम संस्कार किया गया, जहां दोनों ही बेटियों ने अपनी मां को मुखाग्नि देते हुए अंतिम विदाई दी. बता दें कि चंद्रावत मूलतः नीमच जिले के रहने वाले हैं. पिछले कुछ सालों से महेंद्र सिंह गुर्जर मोहल्ला में रह रहे हैं.