चित्तौड़गढ़. जिले के निंबाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के 87 मामले सामने आए हैं. वहीं राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में लॉकडाउन 3 की शुरुआत सोमवार से हुई है. निंबाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र को छोड़कर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी दुकानों को खोलने को लेकर रियायत दी गई है. इसका व्यापार महासंघ ने विरोध किया है.
निंबाहेड़ा की स्थिति को देखते हुए चित्तौड़गढ़ शहर में भी महाकर्फ्यू की मांग को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है. जानकारी के अनुसार चितौड़गढ़ जिला फिलहाल ऑरेंज जोन में है. ऐसे में लॉकडाउन 3 की शुरुवात सोमवार से हुई है. इसमें रियायत दिये जाने के बाद सरकार द्वारा तय दिशा-निर्देशों के अनुरूप दुकानें खोलने के आदेश जारी किए गए हैं.
आदेश जारी होने के बाद सोमवार को बाजारों में लगभग सारी दुकानें खुल गई. इससे भीड़ उमड़ने लग गई, जिसके बाद व्यापारी व आमजन लगातार निम्बाहेड़ा में बढ़ते संक्रमण को लेकर भयभीत हो गए. व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर ऑरेंज जोन की रियायत को खत्म करने और जिले में महाकर्फ्यू लगाने की मांग की है.
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व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि लम्बे समय से व्यापारी अपनी दुकानें बंद रख लॉकडाउन में सहयोग कर रहे हैं. लेकिन, समीपवर्ती निम्बाहेड़ा में संक्रमण सामने आने के बाद अब जिले में 7 दिन का महाकर्फ्यू लगा दिया जाना चाहिए. इससे लोगों की आवाजाही पर पूर्ण विराम लग सके. इस दौरान विभिन्न व्यापार मंडल के पदाधिकारी कलक्ट्रेट पहुंचे.