चित्तौड़गढ़. जिले में चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा हाईवे पुलिया के नीचे नाले के पास सीमेंटेड पाइप में 3 दिन पहले एक युवती की लाश मिली थी. पुलिस ने गुरुवार को इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर दिया है. प्रेम प्रसंग के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया था. हत्यारी युवती के कॉलेज में पढ़ने वाला एक युवक निकला कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर युवक पकड़ा गया. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है.
पुलिस के अनुसार सदर थाना इलाके में हाईवे किनारे तीन दिन पहले मिली लाश की पहचान ममता पुत्री मदन लाल खटीक निवासी पीपलवास, भदेसर के रूप में हुई थी. पोस्टमार्टम के समय पिता मदनलाल ने बताया कि उसकी बेटी आरएनटी कॉलेज कपासन से बीए-बीएड कर रही थी. इसीलिए वह अपनी नानी के साथ रोलिया, कपासन में ही रहती थी. पुलिस ने रिश्तेदार और परिजनों के आस-पास से ही मोबाइल लोकेशन और ममता की कॉल डिटेल निकाली. उस दौरान पुलिस के सामने आया कि मृतका ममता लगातार किसी सत्यनारायण पुत्र रतन लाल जाट निवासी रोलाहेड़ा, थाना चंदेरिया के संपर्क में रहती थी और उससे बातचीत करती रहती थी.
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जांच की तो सामने आया कि सत्यनारायण और ममता एक ही कॉलेज में साथ में पढ़ते थे. ममता बीए में थी जबकि सत्यनारायण साइंस का स्टूडेंट है. जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि ममता का सत्यनारायण के साथ 2 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी दौरान पुलिस को इस बात की भी ख़बर लगी कि सत्यनारायण के पास ब्रीजा कार है. पुलिस जांच में सामने आया कि 25 अक्टूबर का जब ममता के मोबाइल और सत्यनारायण के मोबाइल की लोकेशन निकाली गई तो पता चला कि दोनों मावली, फतहनगर, कपासन, नाथद्वारा रोड पर साथ-साथ में थे. इस दौरान सत्यनारायण जाट की तलाश की गई. सत्यनारायण गांव में ही पकड़ा गया.
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उसे डिटेन कर जब थाने लाकर पूछताछ की तो शुरू में वह कहानियां बना रहा था. गहन पूछताछ हुई तो उसने बताया कि 25 अक्टूबर को उसने ममता को व्हाट्सएप कॉल कर कपासन बुला कर अपनी कार में बैठा कर ले गया. इस दौरान दोनों मावली, फतहनगर, नाथद्वारा रोड तक भी गए. इस दौरान दोनों के बीच में बहस हुई और उसने ममता का मुंह दबा कर उसकी हत्या कर दी. उसके बाद लाश को सूनसान जगह ले जाकर ठिकाने लगा दिया. उस समय उसकी कार भी क्षतिग्रस्त हो गई और कार कूलेंट घटनास्थल पर फैला हुआ मिला.
सत्यनारायण ने पूछताछ के दौरान बताया कि पिछले करीब दो ढाई साल से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. आरोपी ने बताया कि वह शादी शुदा है और ममता की भी सगाई हो चुकी थी. इसलिए वह ममता से पीछा छुड़ाना चाहता था, लेकिन ममता उसको छोड़ने के लिए राजी नहीं हो रही थी. कुछ समय से ममता बार-बार उसे फोन कॉल, मैसेज करके परेशान करती रहती थी. सत्यनारायण ने बताया कि उसने कई बार ममता को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी. इसलिए उसको मार डालने का प्लान बहुत पहले से बना लिया था. 25 अक्टूबर को उसने मौका पाकर ममता की हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.