चित्तौड़गढ़. राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सहायता समिति के उपाध्यक्ष राम सहाय बाजिया बुधवार को चित्तौड़गढ़ के दौरे पर रहे. उनका कहना है कि जिले में जल्द ही पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अस्थाई कार्यालय बनेगा.
बाजिया ने भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना तथा इनके त्वरित निराकरण के लिए निर्देशित किया. उन्होंने शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं का सम्मान भी किया. इस अवसर पर बाजिया ने कहा कि सरकार सैनिक कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार सैनिकों की वीरांगनाओं को अनुकंपा नौकरियां दे रही है. उन्होंने अधिकारियों को सैनिकों से जुड़े मसलों में अधिक संवेदनशीलता से काम करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रशासन सैनिकों के लिए समय-समय पर सम्मान समारोह आयोजित करे.
इस मौके पर सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की समस्याओं को जानने के लिए ही वह पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं और यहां जो भी समस्याएं आएंगी, उन्हें राज्य स्तरीय समिति के समक्ष पेश कर उनका हाल निकालने का प्रयास किया जाएगा. 70 साल बाद हमें अपना खुद का भवन मिलने जा रहा है. सरकार द्वारा न केवल 20 करोड़ रुपए मंजूर किए गए बल्कि अच्छी लोकेशन में जमीन भी उपलब्ध कराई गई. उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ में पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अस्थाई ऑफिस खोला जाएगा. इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.
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इस अवसर पर सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल उदय सिंह सोलंकी, भूतपूर्व सैनिक एवं उनके परिवार सहित जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर गीतेश मालवीय सहित अधिकारियों से भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के विषय में चर्चा की. उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों के लिए भूमि आवंटन, कैंटीन सुविधा, ECHS सुविधा आदि विषयों पर प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए.