चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा तहसील के नरसिंहगढ़ ग्राम पंचायत के सरपंच को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. सफाई कर्मचारी के 1 साल के वेतन के बदले रिश्वत लेने के बाद आरोपित ने उसे लगातार काम पर रखने की एवज में छह हजार रुपए लिए थे. इस पर सोमवार को नरसिंहगढ़ सरपंच को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि एसीबी में उदयपुर में प्रार्थी चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा तहसील के मरजीवी निवासी श्यामलाल पुत्र रोशनलाल ने एक रिपोर्ट नरसिंहगढ़ सरपंच कदमाली निवासी विष्णु पुत्र श्यामलाल मीणा के खिलाफ दी थी.
इस रिपोर्ट में बताया कि प्रार्थी ग्राम पंचायत नरसिंहगढ़ में किए गए सफाई कार्य के साल भर के बिल प्रतिमाह 4 हजार रुपए के हिसाब से कुल 48 हजार रुपए का वेतन बकाया था. इस वेतन के बदले आरोपित सरपंच विष्णु मीणा 2 माह का वेतन कुल 8000 की मांग कर रहा था. इस शिकायत का एसीबी ने 31 मई को सत्यापन करवाया. सत्यापन के दौरान डेढ़ माह का वेतन कुल 6 हजार की मांग करना पाया गया.
वहीं रिश्वत राशि देने के उपरांत लगातार ग्राम पंचायत में काम पर जारी रखने की एवज में 6000 की रिश्वत लेते उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपित सरपंच ने प्रार्थी को निम्बाहेड़ा उपखंड मुख्यालय पर स्थित दशहरा मैदान पर बुलाया था. यहां रिश्वत की राशि देते ही इशारा पाकर एसीबी ने आरोपी सरपंच विष्णु मीणा को 6 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. इसे एसीबी फिलहाल निम्बाहेड़ा कोतवाली थाने लेकर आई है, जहां आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उदयपुर ले जाया जाएगा. मौके पर पुलिस उप अधीक्षक एसीबी उदयपुर हेरम्ब जोशी, हेड कांस्टेबल रमेशचंद्र, मुनीर मोहम्मद और कांस्टेबल टीकाराम की टीम कार्रवाई के लिए निम्बाहेड़ा पहुंची थी.