चित्तौड़गढ़. जिला कारागृह में शुक्रवार देर रात्रि जेल प्रशासन के तलाशी अभियान से बंदियों में हड़कंप मच गया. कार्रवाई के दौरान एक बंदी के पास मोबाइल पाया गया. इस संबंध में कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई. जेल प्रशासन की पिछले एक पखवाड़े में यह दूसरी कार्रवाई है जिसमें बंदी के पास मोबाइल पाया गया. कारापाल विकास बागोरिया और मुख्य प्रहरी चरण सिंह ने जेल स्टाफ के साथ संदेह के आधार पर अलग-अलग बैरक की तलाशी ली गई.
बैरक नंबर 4, 6, 7 और 8 की तलाशी के दौरान बैरक नंबर 4 में विचाराधीन बंदी गिदा, बाड़मेर निवासी धनाराम पुत्र वीरेंद्र सिंह जाट के बिस्तर के पास केचौड़ा कंपनी का मोबाइल मिला. आरोपी को 2 महीने पहले निकुंभ पुलिस की तरफ से एनडीपीएस के मामले में गिरफ्तार किया गया था. मोबाइल मिलने के मामले में प्रभारी मनोज शर्मा द्वारा कोतवाली में रिपोर्ट दी गई. साथ ही मोबाइल और पैकेट कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया गया. मामले की जांच हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार द्वारा की जा रही है.
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बता दें कि एक पखवाड़े के भीतर जेल प्रशासन की यह दूसरी कार्रवाई है. बारह तेरह दिन पहले तलाशी अभियान के दौरान 2 कैदियों के पास तीन मोबाइल मिले थे. जिला कारागृह के पुलिस उप अधीक्षक योगेश तेजी ने बताया कि पहले वाले मामले में भी दो अलग-अलग रिपोर्ट कोतवाली थाने में दी थी. इस मामले में दोनों ही कैदी मौके पर मोबाइल पर बात करते पाए गए. इस बीच उसके बाद एक बार फिर मोबाइल मिलना जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. आखिर कैसे इतनी टाइट सिक्योरिटी के बावजूद अवैध तरीके से सामान जेल में पहुंच रहा है.