चित्तौड़गढ़. जिले में मंगलवार को कृषि विभाग की ओर से प्रधानमंत्री बीमा योजना रथ निकाली गई. इस रथ को प्रशासनिक अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. लेकिन ये रथ रवाना होने से पहले ही चर्चा का विषय बन गया. यह रथ प्रधानमंत्री बीमा योजना का था, ऐसे में इस पर कहीं भी प्रधानमंत्री का फोटो नजर नहीं आया.
इस सम्बंध में कृषि विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने जयपुर मुख्यालय के निर्देशानुसार ही योजना के प्रचार-प्रसार के रथ तैयार होने की बात कही. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 के प्रचार-प्रसार के लिए मंगलवार को एक कंपनी द्वारा भेजी गई मोबाइल वैन को अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) मुकेश कुमार कलाल ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया.
पढ़ेंः ग्रामीणों की कोरोना से जंग: बेहतर रणनीति और युवाओं के सहारे राजसमंद का ये गांव लड़ रहा कोरोना से जंग
यह मोबाइल वैन जिले के सभी राजस्व ग्रामों में जाकर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 की जानकारी देगी. बीमा कंपनी के प्रतिनिधि मोबाईल वैन के साथ उपस्थित रहकर फसल बीमा की जानकारी देगें. मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाने के दौरान कृषि विभाग के उप निदेशक कृषि (विस्तार), जिला परिषद दिनेश कुमार जागा और सहायक निदेशक उद्यान हेमराज मीणा, कृषि अधिकारी ज्योती प्रकाश सिरोया, सांख्यिकी अधिकारी महावीर प्रसाद सुवालका और एक कंपनी के जिला समन्वयक और अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे.
मंगलवार दोपहर जब रथ कलक्ट्रेट पहुंचा, तो इन पर प्रधानमंत्री का फोटो नहीं था, जबकि यह योजना केंद्र सरकार की है, लेकिन इस वैन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो था. इस रथ का प्रधामनंत्री फसल बीमा योजना नाम होने के बावजूद प्रधानमंत्री का फोटो नहीं होना चर्चा में रहा.
पढ़ेंः Exclusive: राजस्व अर्जित करना और Pending Project को पूरा करना प्राथमिकता : जेडीसी गौरव गोयल
जानकार सूत्रों ने बताया कि इस योजना में बीमा से मना करने वाले किसानों के लिए 8 जुलाई आखरी दिन है. देरी से यह रथ रवाना किए हैं. संभवतया देरी का कारण भी प्रधानमंत्री का फोटो नहीं होना है. यह रथ 15 जुलाई तक योजनाओं की जानकारी देंगे. लेकिन मात्र 8 दिनों में पूरे जिले में यह रथ कैसे जाएंगे, यह सोचनीय प्रश्न हैं. इधर, विभागीय अधिकरियों का कहना है कि 31 जुलाई तक यह रथ जिले में घूमेंगे.