चित्तौड़गढ़. जिले के प्रमुख शक्तिपीठ आसावरा माता गांव के लोग इन दिनों एक अजीब सी समस्या से परेशान हैं. माता के मंदिर से सटे हुए तालाब का पानी लगातार सूख रहा है. नतीजतन मछलियों सहित अन्य जलीय जीव लगातार मौत का शिकार हो रहे हैं. जिससे तालाब के चारों ओर दुर्गंध फैल रही है और ग्रामीण महामारी फैलने की आशंका से भयभीत है.
इस साल कम बारिश गिरने से तालाब में पानी पहले ही कम था अब जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है और पानी का स्तर कम होता जा रहा है. हालात यह है कि तालाब का परिंदा नजर आने लगा है जबकि इसमें बड़े पैमाने पर मछलियों के साथ-साथ वन्यजीव भी मौजूद है.
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पानी की कमी का नतीजा मछलियों सहित जलीय जीवों की मौत के रूप में सामने आ रहा है. जहां मरी हुई मछलियां पानी पर तैरती हुई देखी जा सकती है. इनको बाहर नहीं निकलने के कारण यह मछलियां अब सड रही है और इससे दुर्गंध फैलती जा रही है.
मनाया जा रहा NSUI का स्थापना दिवस
चित्तौड़गढ़ में एनएसयूआई का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर निंबाहेड़ा में एनएसयूआई की ओर से चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसके अंतिम दिन शुक्रवार को श्रमदान किया गया जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने शिरकत की.
कार्यक्रम के चौथे और अंतिम दिन शुक्रवार को निम्बाहेड़ा में जेल के पास स्थित प्राचीन बावड़ी का जल पीने योग्य बनाने के लिए NSUI ने सफाई अभियान चलाया. कार्यकर्ताओं ने बावड़ी से कचरा एकत्र करते हुए बावड़ी से बाहर निकलवाया. संगठन के इस प्रयास से बावड़ी फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौटती दिखाई देने लगी.