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चित्तौड़गढ़ में सजी नशे की मंडी, दो पारियों में हो रही अफीम की तुलाई

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Published : Apr 7, 2021, 7:38 PM IST

Updated : Apr 7, 2021, 7:58 PM IST

चित्तौड़गढ़ में तीन केंद्रों पर अफीम तुलाई का काम दो पारियों में हो रहा है. कोरोना के चलते किसानों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद एंट्री दी जा रही है. दोनों पारियों में 200-200 किसानों की अफीम तुलाई का लक्ष्य रखा गया है. इस बार 15,368 काश्तकारों की अफीम तुलाई होनी है. प्रथम खंड में 5140, द्वितीय खंड में 4600 और तृतीय खंड में 5628 काश्तकारों की अफीम की तुलाई होगी.

opium weighing in chittorgarh,  opium weighing
चित्तौड़गढ़ में अफीम तुलाई

चित्तौड़गढ़. राजस्थान में कोरोना के केसों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. जिसका सीधा असर अफीम तुलाई केंद्रों पर भी नजर आया. नारकोटिक्स ब्यूरो परिसर में बुधवार को अफीम तोल केंद्र शुरू किए गए. लेकिन संक्रमण के चलते अंतिम समय में ब्यूरो ने अफीम तुलाई दो पारियों में कर दी. पहले दिन आधे काश्तकारों की अफीम तोली गई. इस व्यवस्था से काश्तकार भी संतुष्ट नजर आये.

चित्तौड़गढ़ में कोरोना गाइडलाइन के साथ अफीम की तुलाई

दो पारियों में हो रही है अफीम तुलाई

कोरोना गाइडलाइन के तहत अफीम तुलवाने आ रहे किसानों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है फिर सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें तोल केंद्र में एंट्री दी जाती है. जिन किसानों के पास मास्क नहीं होते उन्हें मास्क भी बांटे जा रहे हैं. तोल केंद्र के अंदर भी कोरोना गाइडलाइन की पालना सख्ती से करवाई जा रही है. सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए किसानों के बैठने के लिए उचित दूरी पर गोले बनाये गये हैं. ब्यूरो ने रोजाना दोनों पारियों में 200-200 किसानों की अफीम तुलाई का लक्ष्य रखा है. लेकिन पहले दिन आधे-आधे काश्तकारों को ही बुलाया गया.

पढ़ें: जुदाई सह न पाया प्रेमी, लिखा 'मैं तेरे बगैर जी नहीं सकता...' और मौत को गले लगा लिया

पहली पारी में 113 और दूसरी पारी में 65 काश्तकारों की अफीम तोली गयी. किसान भी इस व्यवस्था से संतुष्ठ नजर आये. आधे-आधे काश्तकारों को रखने से तोल के काम में भी तेजी आई और किसानों को ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ा. अफीम तोल केंद्रों में किसानों के लिए धूप से बचने के लिए छाया, पीने के लिए पानी की व्यवस्था है.

3 केंद्रों पर होगी अफीम तुलाई

चित्तौड़गढ़ में अफीम तुलाई के लिए तीन केंद्र बनाये गये हैं. दो केंद्र चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर और एक केंद्र निंबाहेड़ा में है. चित्तौड़गढ़ के दोनों केंद्रों पर तोल कार्य अप्रैल माह में और निम्बाहेड़ा में मई माह में खत्म हो जायेगा. इस बार 15,368 काश्तकारों की अफीम तुलाई होनी है. प्रथम खंड में 5140, द्वितीय खंड में 4600 और तृतीय खंड में 5628 काश्तकारों का शामिल किया गया है. तीनों खंडों में प्रतिदिन 200-200 किसानों को तोल केंद्रों पर बुलाया जा रहा है.

प्रथम खण्ड में वल्लभनगर सहित चित्तौडगढ़, उदयपुर व भदेसर क्षेत्र के 5140, द्वितीय खण्ड में राशमी, डूंगला, कपासन, मावली व भूपालसागर के 4600 किसानों, तृतीय खण्ड में निम्बाहेड़ा व बड़ीसादड़ी के 5628 किसानों की अफीम तोली जायेगी. बेगूं के 3719 और रावतभाटा के 693 किसानों की अफीम की तुलाई मध्यप्रदेश के सिंगोली स्थित अफीम तोल केन्द्र पर होगी.

चित्तौड़गढ़. राजस्थान में कोरोना के केसों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. जिसका सीधा असर अफीम तुलाई केंद्रों पर भी नजर आया. नारकोटिक्स ब्यूरो परिसर में बुधवार को अफीम तोल केंद्र शुरू किए गए. लेकिन संक्रमण के चलते अंतिम समय में ब्यूरो ने अफीम तुलाई दो पारियों में कर दी. पहले दिन आधे काश्तकारों की अफीम तोली गई. इस व्यवस्था से काश्तकार भी संतुष्ट नजर आये.

चित्तौड़गढ़ में कोरोना गाइडलाइन के साथ अफीम की तुलाई

दो पारियों में हो रही है अफीम तुलाई

कोरोना गाइडलाइन के तहत अफीम तुलवाने आ रहे किसानों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है फिर सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें तोल केंद्र में एंट्री दी जाती है. जिन किसानों के पास मास्क नहीं होते उन्हें मास्क भी बांटे जा रहे हैं. तोल केंद्र के अंदर भी कोरोना गाइडलाइन की पालना सख्ती से करवाई जा रही है. सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए किसानों के बैठने के लिए उचित दूरी पर गोले बनाये गये हैं. ब्यूरो ने रोजाना दोनों पारियों में 200-200 किसानों की अफीम तुलाई का लक्ष्य रखा है. लेकिन पहले दिन आधे-आधे काश्तकारों को ही बुलाया गया.

पढ़ें: जुदाई सह न पाया प्रेमी, लिखा 'मैं तेरे बगैर जी नहीं सकता...' और मौत को गले लगा लिया

पहली पारी में 113 और दूसरी पारी में 65 काश्तकारों की अफीम तोली गयी. किसान भी इस व्यवस्था से संतुष्ठ नजर आये. आधे-आधे काश्तकारों को रखने से तोल के काम में भी तेजी आई और किसानों को ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ा. अफीम तोल केंद्रों में किसानों के लिए धूप से बचने के लिए छाया, पीने के लिए पानी की व्यवस्था है.

3 केंद्रों पर होगी अफीम तुलाई

चित्तौड़गढ़ में अफीम तुलाई के लिए तीन केंद्र बनाये गये हैं. दो केंद्र चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर और एक केंद्र निंबाहेड़ा में है. चित्तौड़गढ़ के दोनों केंद्रों पर तोल कार्य अप्रैल माह में और निम्बाहेड़ा में मई माह में खत्म हो जायेगा. इस बार 15,368 काश्तकारों की अफीम तुलाई होनी है. प्रथम खंड में 5140, द्वितीय खंड में 4600 और तृतीय खंड में 5628 काश्तकारों का शामिल किया गया है. तीनों खंडों में प्रतिदिन 200-200 किसानों को तोल केंद्रों पर बुलाया जा रहा है.

प्रथम खण्ड में वल्लभनगर सहित चित्तौडगढ़, उदयपुर व भदेसर क्षेत्र के 5140, द्वितीय खण्ड में राशमी, डूंगला, कपासन, मावली व भूपालसागर के 4600 किसानों, तृतीय खण्ड में निम्बाहेड़ा व बड़ीसादड़ी के 5628 किसानों की अफीम तोली जायेगी. बेगूं के 3719 और रावतभाटा के 693 किसानों की अफीम की तुलाई मध्यप्रदेश के सिंगोली स्थित अफीम तोल केन्द्र पर होगी.

Last Updated : Apr 7, 2021, 7:58 PM IST
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