कपासन (चित्तौड़गढ़). क्षेत्र में डोडा चूरा नष्ट करण के लिए गांव हथियाना के किर खेड़ा पहुंचे प्रशासन और आबकारी अधिकारियों को अफीम काश्तकारों ने सविनय ज्ञापन देकर पुनः लौटाया. बता दें कि आबकारी विभाग और प्रशासन की संयुक्त निगरानी में डोडा चूरा नष्टीकरण कार्रवाई को अंजाम देने के लिए मंगलवार को गांव हथियाना के मजरा किर खेड़ा पहुंचे. कपासन उपखंड अधिकारी विनोद कुमार और आबकारी निरीक्षक को अफीम काश्तकारों ने एक ज्ञापन सौंपकर डोडा चूरा नष्टीकरण नहीं करवाने की बात कही.
वहीं, अफीम काश्तकारों ने बताया कि पूर्व में राज्य सरकार की ओर से डोडा चूरा की खरीद की जाती रही है. लेकिन, कुछ वर्षों से सरकार की ओर से डोडा चूरा की खरीद बंद कर नष्टीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई. जो किसानों के हित में नहीं है. दिन रात मेहनत कर अफीम की फसल तैयार की जाती है. उसी फसल से निकलने वाले डोडा चूरा को विभागीय अधिकारियों की देखरेख में यदि नष्ट करवाया जाता है तो किसानों के साथ कुठाराघात होगा.
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इस ज्ञापन में डोडा चूरा नष्टीकरण से पूर्व सरकार प्रति किलो 1200 रुपए का मुआवजा निर्धारित करें. तब अफीम काश्तकार डोडा चूरा नष्ट करवाने के लिए तैयार रहेगा. इस पर प्रशासन और आबकारी अधिकारियों ने किसानों की मांग को राज्य सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. प्रशासन और आबकारी विभाग अधिकारी डोडा चूरा नष्ट करवाए बिना लौट आए. इस अवसर पर बुद्धाखेडा हथियाना, ताराखेड़ी, रंडियारडी दामाखेड़ा, दांता, गोविंदपुरा, छापरी के काश्तकार उपस्थित थे.