चित्तौड़गढ़. देश में कई लोग ऐसे हैं, जो अंग्रेजी नववर्ष की शुरुवात 31 दिसंबर की रात पार्टी और आतिशबाजी कर हुड़दंग के साथ करते हैं, वहीं चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया कस्बे में स्थित भगवान श्री सांवलिया सेठ के लाखों भक्त अपने आराध्य के दर्शन कर नववर्ष की शुरुआत करते हैं. यही वजह है, कि अंग्रेजी नववर्ष के बावजूद भगवान के दर्शन करने नववर्ष पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े. सुबह से ही भक्तों की कतारें लगीं. भक्तों का मानना है, कि आराध्य के दर्शन कर नववर्ष की शुरुआत करने से उनका पूरा साल अच्छा जाएगा. श्रद्धालुओं ने दर्शन कर सभी की उन्नति की भी कामना की है.
चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्ण धाम भगवान सांवलिया सेठ के मंदिर में श्रद्धालुओं ने थर्टी फर्स्ट और नववर्ष धार्मिक भावना के साथ मनाया. सांवलिया सेठ के मंदिर में श्रद्धालु पिछले एक दशक से विभिन्न आयोजन करते हैं. भगवान सांवलिया सेठ के मंदिर में 31 दिसंबर की शाम होते ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया.
यहां की बड़ी-बड़ी धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस, होटलें श्रद्धालुओं से भर गईं. देर रात 12 बजे मंदिर परिसर के बाहर श्रद्धालुओं ने जमकर आतिशबाजी करते हुए सांवलिया सेठ के जयकारे लगाए. वहीं रात्रि में भजन संध्या का भी आयोजन हुआ. नववर्ष सुबह की किरण से पहले ही मंगला आरती में हजारों की संख्या में पदयात्री सांवलिया सेठ के दरबार में पहुंच गए. दिन चढ़ने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई.
पढ़ें- नए साल में कामखेड़ा बालाजी धाम पहुंचेंगे श्रद्धालु, मंदिर प्रशासन ने की पूरी तैयारी
मंदिर में नववर्ष के अवसर पर सुबह से ही कतारें लगीं. मंदिर प्रशासन की ओर से भीड़ को देखते हुए इंतजाम किए गए. मंदिर के बाहर और कॉरिडोर में कतार की व्यवस्था की गई. जगह-जगह श्रद्धालुओं को रोका गया,ताकि धक्का-मुक्की की नौबत नहीं आये.
मंडफिया थाना पुलिस के अलावा मंदिर प्रशासन के निजी गार्ड ने सुरक्षा व्यवस्था संभाली. पूरे गांव में चार पहिया वाहनों का जमावड़ा लगने से कई बार जाम की स्थिति बनी तो पुलिस को पहुंचना पड़ा.