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चित्तौड़गढ़: नारकोटिक्स विभाग ने गाजीपुर भेजी 137 टन अफीम - नारकोटिक्स विभाग

चित्तौड़गढ़ में अफीम की खरीदी संपन्न हो गई है. इस साल नारकोटिक्स विभाग ने कुल 137 टन, 2 क्विंटल 81 किलो अफीम खरीदी है. मंगलवार को रेलवे रैक में अफीम को कड़ी सुरक्षा के बीच गाजीपुर के लिए रवाना किया.

Narcotics Department, चित्तौड़गढ़ न्यूज
खरीदी अफीम गाजीपुर रवाना
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Published : Jun 2, 2020, 5:44 PM IST

चित्तौड़गढ़. कोरोना महामारी के बीच इस साल अफीम खरीदी हुई. अफीम की खरीद 25 दिनों तक चली और एक जून को समाप्त हो गई. चितौड़गढ़ जिले के दो खंड और भीलवाड़ा के किसानों ने कुल 137 टन, 2 क्विंटल 81 किलो अफीम नारकोटिक्स विभाग को दी है. जिसे मंगलवार को सेंट्रल गोदाम से रेलवे रैक में कड़ी सुरक्षा के बीच भरा गया और रवाना किया गया.

खरीदी अफीम गाजीपुर रवाना

जानकारी के अनुसार अफीम खरीद का कार्य सोमवार को ही पूरा हो गया. जिला मुख्यालय पर खण्ड प्रथम व द्वितीय में आने वाली तहसीलों के किसानों की अफीम का तौल किया गया. वहीं खण्ड तृतीय में आने वाली निम्बाहेड़ा और बड़ीसादड़ी तहसील के किसानों की अफीम का तौल निकुम्भ में हुआ. नारकोटिक्स विभाग ने रेलवे से रैक की डिमांड पहले से ही कर रखी थी. ऐसे में मंगलवार सुबह ही रेलवे ने रैक उपलब्ध करवा दिया. जिला मुख्यालय स्थित सेंट्रल गोदाम से सहायक नारकोटिक्स आयुक्त विजय सिंह मीणा के सुपरविजन में अफीम के केन ट्रेन में भर कर चंदेरिया स्टेशन तक ट्रक में ले जाए गए.

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केंद्रीय गोदाम प्रभारी बीएन मीणा की मौजूदगी में ट्रक में अफीम के केन लादने का कार्य शुरू हुआ. इस बार एक बड़ा बदलाव किया गया. जिसके अनुसार भीलवाड़ा, चित्तौड़ प्रथम खंड व द्वितीय खंड की अफीम गाजीपुर अफीम फैक्ट्री भेजी गई है. वहीं तृतीय खंड की अफीम गाजीपुर की जगह नीमच अफीम फैक्ट्री भेजी गई है. इस साल अफीम की तौल की प्रक्रिया 1 माह देरी से शुरू हुई थी, जो सोमवार को समाप्त हो गई. किसानों को अफीम के एवज में भुगतान भी किया जा चुका है. अधिकारियों के अनुसार अफीम खरीदी की प्रक्रिया बेहतर व्यवस्थाओं के बीच हुई है. कोरोना के खतरे को देख प्रतिदिन कम किसानों को बुलाया गया. साथ ही तौल केंद्र पर बचाव के सारे उपाय भी किए गए. किसानों से लिए गए अफीम को कैन में रखा गया.

यह भी पढ़ें. चित्तौड़गढ़: पुलिस ने 2.5 क्विंटल अवैध डोडा चूरा किया जब्त, दो गिरफ्तार

प्रथम खंड के अफीम को 4,906 केनों में, द्वितीय खंड के अफीम को 4,319 केनों में और भीलवाड़ा की अफीम 5,400 केनों में रखी गई. 22 डिब्बों और एक स्लीपर कोच वाली विशेष मालगाड़ी से 14,625 केन उत्तर प्रदेश के गाजीपुर फैक्ट्री भेजी गई. रेल रैक प्रभारी राजेन्द्र कुमार जो साथ गए.

बता दें कि अफीम को ऑफिस परिसर में ही बनाए गए सेंट्रल गोदाम में रखा हुआ था. जिसे विभाग की गाजीपुर फैक्ट्री में ले जाने के लिए रेलवे से स्पेशल मालगाड़ी 30 लाख रुपए में बुक की गई. मंगलवार अल सुबह से गोदाम में रखे अफीम भरे कंटेनर ट्रकों में लोड किए जाने लगे. ट्रक चंदेरिया स्टेशन पर खड़ी इस मालगाड़ी में कंटेनर खाली करते रहे. यह ट्रेन 3 दिन बाद गाजीपुर पहुंचेगी.

चित्तौड़गढ़. कोरोना महामारी के बीच इस साल अफीम खरीदी हुई. अफीम की खरीद 25 दिनों तक चली और एक जून को समाप्त हो गई. चितौड़गढ़ जिले के दो खंड और भीलवाड़ा के किसानों ने कुल 137 टन, 2 क्विंटल 81 किलो अफीम नारकोटिक्स विभाग को दी है. जिसे मंगलवार को सेंट्रल गोदाम से रेलवे रैक में कड़ी सुरक्षा के बीच भरा गया और रवाना किया गया.

खरीदी अफीम गाजीपुर रवाना

जानकारी के अनुसार अफीम खरीद का कार्य सोमवार को ही पूरा हो गया. जिला मुख्यालय पर खण्ड प्रथम व द्वितीय में आने वाली तहसीलों के किसानों की अफीम का तौल किया गया. वहीं खण्ड तृतीय में आने वाली निम्बाहेड़ा और बड़ीसादड़ी तहसील के किसानों की अफीम का तौल निकुम्भ में हुआ. नारकोटिक्स विभाग ने रेलवे से रैक की डिमांड पहले से ही कर रखी थी. ऐसे में मंगलवार सुबह ही रेलवे ने रैक उपलब्ध करवा दिया. जिला मुख्यालय स्थित सेंट्रल गोदाम से सहायक नारकोटिक्स आयुक्त विजय सिंह मीणा के सुपरविजन में अफीम के केन ट्रेन में भर कर चंदेरिया स्टेशन तक ट्रक में ले जाए गए.

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केंद्रीय गोदाम प्रभारी बीएन मीणा की मौजूदगी में ट्रक में अफीम के केन लादने का कार्य शुरू हुआ. इस बार एक बड़ा बदलाव किया गया. जिसके अनुसार भीलवाड़ा, चित्तौड़ प्रथम खंड व द्वितीय खंड की अफीम गाजीपुर अफीम फैक्ट्री भेजी गई है. वहीं तृतीय खंड की अफीम गाजीपुर की जगह नीमच अफीम फैक्ट्री भेजी गई है. इस साल अफीम की तौल की प्रक्रिया 1 माह देरी से शुरू हुई थी, जो सोमवार को समाप्त हो गई. किसानों को अफीम के एवज में भुगतान भी किया जा चुका है. अधिकारियों के अनुसार अफीम खरीदी की प्रक्रिया बेहतर व्यवस्थाओं के बीच हुई है. कोरोना के खतरे को देख प्रतिदिन कम किसानों को बुलाया गया. साथ ही तौल केंद्र पर बचाव के सारे उपाय भी किए गए. किसानों से लिए गए अफीम को कैन में रखा गया.

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प्रथम खंड के अफीम को 4,906 केनों में, द्वितीय खंड के अफीम को 4,319 केनों में और भीलवाड़ा की अफीम 5,400 केनों में रखी गई. 22 डिब्बों और एक स्लीपर कोच वाली विशेष मालगाड़ी से 14,625 केन उत्तर प्रदेश के गाजीपुर फैक्ट्री भेजी गई. रेल रैक प्रभारी राजेन्द्र कुमार जो साथ गए.

बता दें कि अफीम को ऑफिस परिसर में ही बनाए गए सेंट्रल गोदाम में रखा हुआ था. जिसे विभाग की गाजीपुर फैक्ट्री में ले जाने के लिए रेलवे से स्पेशल मालगाड़ी 30 लाख रुपए में बुक की गई. मंगलवार अल सुबह से गोदाम में रखे अफीम भरे कंटेनर ट्रकों में लोड किए जाने लगे. ट्रक चंदेरिया स्टेशन पर खड़ी इस मालगाड़ी में कंटेनर खाली करते रहे. यह ट्रेन 3 दिन बाद गाजीपुर पहुंचेगी.

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