चित्तौड़गढ़. बेगूं के नशामुक्ति केंद्र में एमपी से लाए गए युवक की शुक्रवार शाम तबीयत बिगड़ गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया. पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.
बताया गया है कि शराब की लत छुड़वाने के लिए युवक को नशामुक्ति केंद्र लाया गया था. वह शराब छोड़ने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं था. पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के जिला मंदसौर की तहसील भानपुरा के गांव हापस खेड़ी के रहने वाले 35 साल के मुकेश पुत्र भेरुलाल नायक की मौत हो गई. बेगूं के एक नशामुक्ति केंद्र पर शुक्रवार सुबह शराब छुड़ाने के लिए परिजनों की सहमति से बेगूं लाया गया था. शाम को तबीयत बिगड़ने पर उसे उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर मुकेश ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. सहायक पुलिस उप निरीक्षक हंसराज ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.
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उन्होंने बताया कि विसरा रिपोर्ट में मौत के कारणों का पूरी तरह खुलासा होगा. मृतक के पिता भैंरुलाल नायक ने बताया कि मुकेश शराब का नशा करता था. शुक्रवार को उसे बेगूं नशामुक्ति केंद्र पर भेजा. उससे पहले उसने गुरुवार को आत्महत्या का प्रयास किया था. वह शराब नहीं छोडऩा चाहता था. जानकारी के अनुसार मृतक मुकेश 2 लड़कियों और 1 लड़के का पिता था. मुकेश अपने पिता के साथ मंदिरों में पेंटिंग का काम करता था. परिजन शराब छुड़वाना चाहते थे और वह छोडऩा नहीं चाहता था. युवक के नशे के कारण परिजन परेशान थे.