चित्तौड़गढ़. जिले के बेंगू विधायक ने गंगरार में राशन वितरण के दौरान एक महिला के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार की निंदा करते हुए सांसद सीपी जोशी ने विरोध जताया. चितौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने रविवार को शहर में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस विधायक और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया.
सांसद जोशी ने कहा, कि इस महामारी के बीच में एक हास्यप्रद और आर्श्चयजनक घटना हुई है, जो अमानवीयता को दर्शाता है. गंगरार में शुक्रवार को राशन वितरण के दौरान जब विधायक विधूड़ी ने एक महिला से पूछा कि मोदी सरकार अच्छा है या गहलोत? महिला ने जब मोदी सरकार का नाम लिया तो विधायक विधूड़ी विफर कर महिला से राशन किट ले ली और घर जाकर दीए जलाने की बात कही.
जोशी ने गहलोत सरकार ने सवाल किया कि क्या यही कांग्रेस सरकार का एजेंडा है? क्या पार्टी देखकर ही लोगों की मदद की जाती है? सांसद जोशी ने इसे विधायक विधूड़ी और कांग्रेस सरकार की छोटी और ओछी मानसिकता बताया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ओर से 130 करोड़ लोगों की निस्वार्थ सेवा की जा रही है.
SDM तेजस्वी राणा की ट्रांसफर निंदनीय
सांसद ने ने एसडीएम तेजस्वी राणा के ट्रांसफर की निंदा करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान एक आईएएस ऑफिसर का तबादला कराना बहुत ही गलत कार्य है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी राणा एसडीएम होने के नाते सरकार के नियमों की पालना कर रही थी. वह अपने ड्यूटी बखूबी निभा रही थी, लेकिन उनके स्थानांतरण हो जाने से अधिकारियों और कर्मचारियों को निराशा हुई है. प्रदेश सरकार की ओर से उनका स्थांतरण करना गलत है. सीपी जोशी ने कहा कि इसके बाद भी अगर जिले में एक भी संक्रमण का मामला आता है तो इसकी जिम्मेदारी केवल गहलोत सरकार की होगी.
राजस्थान सरकार से की मांग
वहीं, रावतभाटा में एनपीसीएल उपक्रम की ओर से बांटे गए राशन किट का हिसाब नहीं होने पर सांसद जोशी ने कहा कि एनपीसीएल के अधिकारियों की बैठक ली गई थी. जहां यह बताया गया था कि उनके ओर से उपखंड अधिकारी को एक हजार से ज्यादा किट दे दिए गए थे और प्रत्येक किट में 25 किलो आटा, 5 किलो दाल, 3 किलो तेल और इतनी ही मात्रा में बाकी मसाले दिए जा रहे हैं. लेकिन जब जनता से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कोई भी किट प्राप्त नहीं हुई है.
सांसद जोशी ने राजस्थान सरकार से मांग करते हुए कहा कि एनपीसीएल की ओर से दिए गए किट की जांच होनी चाहिए कि बाकी सामग्री कहां गई. इसमें कोई राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता को यह किट नहीं मिल रहे हैं तो उसका जिम्मेदार कौन है, इसकी जांच होनी चाहिए.
कांग्रेस की मानसिकता कितनी छोटी है हुआ स्पष्टः सुरेश धाकड़
वहीं, बेंगू से पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता कितनी छोटी है, यह विधायक ने स्पष्ट कर दिए. उनमें मानवता नहीं है, जो कि निंदनीय है. उन्होंने कहा कि बेंगू क्षेत्र में टेंट और माइक लगा कर राशन वितरण किया जा रहा है. पूर्ण रूप से यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है, जिस पर जल्द से जल्द रोक लगना चाहिए.
पूर्व विधायक धाकड़ ने आरोप लगाया कि गंगरार क्षेत्र में भी 82 जनों को राशन वितरण करना था, लेकिन वाहवाही लूटने के लिए 700 लोगों को बुला लिया. जब जनता में से किसी ने पूछा कि 700 जनों को राशन मिलेगा क्या? तो उस पर जवाब मिला कि केवल 82 जनों का नाम लिस्ट में है, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और जनता पर लाठीचार्ज करना पड़ा.