चित्तौड़गढ़. जयपुर से भाग कर आया एक नाबालिग जोड़ा चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की गिरफ्त में आ गया. आरपीएफ द्वारा ने उन्हें किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जहां से दोनों को किशोर संरक्षण गृह में रखा गया. सूचना पर बालिका के परिजन जयपुर पुलिस के साथ चित्तौड़गढ़ पहुंचे. यहां काउंसलिंग के बाद बच्ची को उन्हें सुपुर्द कर दिया (Minors handed over to parents) गया.
किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य मंजू जैन के अनुसार आरपीएफ ने 13 साल की किशोरी और 17 साल के किशोर को पेश किया था. दोनों को किशोर संरक्षण गृह में भेज दिया गया. काउंसलिंग के दौरान सामने आया कि दोनों ही जयपुर में पड़ोसी हैं और लंबे समय से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. 14 अगस्त को दोनों वापस चित्तौड़गढ़ आ गए. चित्तौड़गढ़ किले पर घूमने फिरने के बाद पैसे खत्म हो गए और तीन-चार दिन से रेलवे स्टेशन पर रह रहे थे. इस दौरान आरपीएफ की नजर पड़ी तो दोनों को आरपीएफ थाना ले जाया गया जहां पूछताछ में पूरी हकीकत सामने आई. फिलहाल बच्ची को उसके परिजनों का सुपुर्द कर दिया गया है. हालांकि किशोर अभी संरक्षण गृह में ही है. दोनों की गुमशुदी की रिपोर्ट जयपुर में दर्ज करवाई गई थी.
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