चित्तौड़गढ. कोरोना संक्रमण के बीच जिला प्रभारी मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया मंगलवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे. यहां सर्किट हाउस में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के साथ चर्चा के बाद बामनिया सीधे जिला चिकित्सालय पहुंचे और चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
इस दौरान उन्होंने दावा किया कि तीसरी लहर से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है और हम निश्चित ही कोरोना की तीसरी लहर से निजात पाने में सफल रहेंगे. इस दौरान संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर प्रभारी मंत्री से मुलाकात की.
प्रभारी मंत्री बामनिया ने सर्किट हाउस में विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की. यहां से मंत्री बामनिया सीधे जिला चिकित्सालय पहुंचे. यहां उन्होंने जनरल हॉस्पिटल के अलग-अलग वार्ड का निरीक्षण किया, जहां पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव ने उन्हें चिकित्सा व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया.
पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने मंत्री के समक्ष सीटी स्कैन मशीन के पीपीपी मोड पर दिए जाने का मसला उठाते हुए कहा कि यह सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई थी, ऐसे में इसे निशुल्क किया जाना चाहिए. डायलिसिस वार्ड के निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था को लेकर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने नाराजगी जताई. बामनिया ने बाद में निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया.
यहां जिला कलेक्टर और पीएमओ के साथ प्लांट कब तक शुरू हो पाएगा, इस बारे में विस्तार से जानकारी ली और कर्मचारियों से भी उनकी समस्याओं के बारे में जाना. प्रभारी मंत्री ने महिला एवं बाल चिकित्सालय का भी जायजा लिया. निरीक्षण के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान मंत्री बामनिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिले में नित नई व्यवस्था की जा रही है.
खासकर तीसरी लहर को लेकर सरकार भी चिंतित है और उससे निपटने के लिए जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन के दो नए प्लांट लगाए जा रहे हैं. वहीं जिले के सीएचसी और पीएचसी पर भी जरूरी प्रबंध किए जा रहे हैं और हम आसानी से इस तीसरी लहर के संकट को भी पार कर लेंगे.