चित्तौड़गढ़. शहर के चंदेरिया क्षेत्र में शुक्रवार को एक विवाहिता की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. विवाहिता अपने ही घर में फंदे पर झूलती हुई मिली. पीहर पक्ष के लोग विवाहिता की मौत को संदिग्ध बता रहे हैं. लेकिन ससुराल पक्ष का कहना है कि विवाहिता डिप्रेशन का शिकार थी, इसीलिए उसने फांसी लगा ली. पुलिस ने शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया.
चंदेरिया पुलिस के अनुसार शुक्रवार शाम रूपपुरा निवासी प्रेमबाई पत्नी बंटू सिंह रावत का शव उसी के कमरे में फंदे से झूलता हुआ मिला था. इसकी सूचना पर एएसआई निर्भय सिंह मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतरवाया. साथ ही घटना की सूचना विवाहिता के पीहर पक्ष को भी दी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे में कुंदा अंदर से लगा हुआ था. जिसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़ कर अंदर गए तो प्रेमबाई को फंदे से झूलता हुआ पाया.
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पुलिस ने शव को नीचे उतार कर जिला चिकित्सालय पहुंचाया. पुलिस की सूचना पर शनिवार सुबह पीहर पक्ष से परिजन चितौड़गढ़ पहुंचे. बताया जा रहा है कि प्रेमबाई का पहला बेटा चार साल का है और दूसरा 3 माह का था, जिसकी 15 दिन पहले ही मौत हो गई थी. जिसके बाद से वह डिप्रेशन में चली गई और इसी के चलते उसने आत्महत्या कर ली.
वहीं, प्रेमबाई के भाई भगवान लाल और पीहर पक्ष के लोग ने चित्तौड़गढ़ पहुंचने के बाद पुलिस में रिपोर्ट देते हुए यह बताया कि 6 दिन पहले ही उसने अपनी बहन से फोन पर बात की थी. उसकी बहन प्रेम ने अपनी मौत का खतरा होने की बात कही थी.