चित्तौड़गढ़. निंबाहेड़ा सब रजिस्ट्रार कार्यालय को लेकर गंभीर शिकायतों के बाद आखिरकार उच्च अधिकारी हरकत में आ गए. कार्मिकों की सांठगांठ से राजस्व को लाखों का नुकसान पहुंचाने की करीब आधा दर्जन शिकायतें आईजी अजमेर तक पहुंची थी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी की ओर से क्रिस्टल आई जी भगवत सिंह राठौड़ को जांच के लिए निंबाहेड़ा भेजा गया. उन्होंने सब रजिस्टार ऑफिस पहुंच कर शिकायतों से संबंधी फाइलों को खंगाला. इस बारे में तहसीलदार सीमा खेतान सहित संबंधित कर्मचारियों को भी बुलाया गया और शिकायतों संबंधी उनका पक्ष जाना. बाद में राठौड़ ने इन फाइलों संबंधी साइटों का भी निरीक्षण किया.
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हालांकि शिकायतकर्ता को भी बुलाया गया लेकिन उसके आउट ऑफ स्टेशन होने के कारण बाद में बयान लेने की बात सामने आ रही है. शिकायतों में कहा गया कि सब रजिस्ट्रार कार्मिकों की कथित मिलीभगत से कुछ जमीनों की डिस्टिक लैंड कमेटी की ओर से तय कीमतों के आधार पर रजिस्ट्री कर दी गई, जबकि उसके आसपास की जमीनों की कई गुना अधिक दरों पर रजिस्ट्री करवाई गई थी, केवल भू माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए सब रजिस्ट्रार कार्यालय की ओर से बड़े पैमाने पर इस प्रकार की रजिस्ट्री की जा रही है जिससे सरकार को लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है.
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एडिशनल आईजी राठौड़ ने अपनी टीम के साथ दिन भर फाइलों को खंगाला और शाम को अजमेर रवाना हो गए. हालांकि तब तक वह किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि सब रजिस्ट्रार कार्यालय कि हमारे पास आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पहुंची. सामान्य निरीक्षण के साथ-साथ शिकायतों की जांच के लिए निंबाहेडा पहुंचे थे। टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है और अगले 3 से 4 दिन में जांच रिपोर्ट आईजी स्टांप के समक्ष पेश कर दी जाएगी.