चित्तौड़गढ़. जिले के भूपालसागर उपखंड क्षेत्र में माईनिंग विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें अलग-अलग मामले में एक जेसीबी, दो डंपर, दो ट्रैक्टर जब्त कर भूपालसागर पुलिस थाना परिसर में रखवाए गए हैं. वहीं, साढ़े चार लाख से ज्यादा जुर्माने की वसूली को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं.
खनिज विभाग चित्तौड़गढ़ के कार्यदेशक जमनाशंकर गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि जेसीबी और एक ट्रैक्टर से अवैध खनन किया जा रहा था. जहां एक ट्रैक्टर की ओर से भूपालसागर डेम से अवैध मिट्टी परिवहन किया जा रहा था. एक डंपर से अवैध फैल्सपार पत्थर परिवहन किया जाना और देर रात्रि को एक डम्पर से अवैध बजरी परिवहन की जा रही थी.
सभी को मौके से जब्त किया गया और माईनिंग विभाग की ओर से तय जुर्माना लगाया गया. वहीं, खनिज विभाग ने 4 लाख, 62 हजार 750 रुपए का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा भूपालसागर तालाब से अवैध मिट्टी खनन की लगातार शिकायत पर माईनिंग विभाग के खनिज कार्यदेशक गुर्जर ने भूपालसागर तालाब में भी जाकर निरीक्षण किया. यहां एक ट्रैक्टर मौके पर मिला.
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शेष सभी ट्रैक्टर को माईनिंग विभाग के आने की सूचना मिलने पर मौके से गायब हो गए. इसके बाद कार्यदेशक गुर्जर ने यहां प्रजापति ब्रिक्स उद्योग के तीनों भट्टों पर गए तीनों ईंट भट्टों पर भारी मात्रा में मिट्टी पड़ी हुई थी. मौके पर ईंट भट्टा मालिक वहां पर मौजूद नहीं था. यहां पर पड़ी भारी मात्रा में मिट्टी पर खनिज कार्यदेशक ने मिट्टी के स्टॉक रजिस्टर और जहां से मिट्टी लाई गई. उसका रिकार्ड खनीज विभाग में लेकर आने के लिए भट्टा मालिक को सूचित किया है.
गौरतलब है कि भूपालसागर में मेवाड़ महाराणा भूपालसिंह यह डेम बनवाया था. यह भूपालसागर सहित आस-पास के इलाकों की भूख और प्यास मिटाने के काम आता है. मगर पानी निकासी से लेकर अवैध मिट्टी खनन कर बेचने और अवैध पानी के दोहन करने तक किसान परहेज नहीं कर रहे है. साथ ही भूपालसागर के वासीन्दों के लिए डेम में ढाई फीट पानी पीने के लिए आरक्षित रखा जाता है. मगर उसको भी पेटा काश्त के किसानों की ओर से लिफ्टिंग करके खाली कर दिया जाता है.