चित्तौड़गढ़. राशमी थाना क्षेत्र में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए 20 लाख रुपए के चने के गबन के मामले का आखिरकार पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में घटना में प्रयुक्त ट्रेलर जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, उसके साथियों की तलाश की जा रही है. पुलिस पूछताछ के आधार के जरिए चले की बरामदगी के प्रयास में भी जुटी है. 1 अगस्त को बेगू थाना अंतर्गत मंडावरी गांव निवासी राजेश शर्मा ने राष्ट्रीय पुलिस स्टेशन पर इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के अनुसार नेवरिया सहकारी समिति पर किसानों का समर्थन मूल्य पर चना खरीदा गया था.
चने को प्रतापगढ़ वेयरहाउस पर पहुंचाने का टेंडर उसके नाम खुला था. इसके लिए उसने हुसैन खां और मनोहर लाल को गाड़ी भेजने को कहा, लेकिन उनके गाड़ी भेजने से पहले ही एक अज्ञात व्यक्ति ने उससे संपर्क किया और कहा कि वह गाड़ी लेकर आ रहा है. प्रार्थी के अनुसार उसने 4 जुलाई को नेवरिया सहकारी समिति पर फोन कर 410 क्विंटल चने उस अज्ञात व्यक्ति की गाड़ी में लोड करने के लिए कह दिया और संबंधित व्यक्ति ने भी उक्त चना लोड कर वहां से निकल गया, लेकिन 20 दिन बाद भी उसका माल प्रतापगढ़ वेयरहाउस पर नहीं पहुंचा.
जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के आदेशों की पालना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह के निर्देशानुसार कपासन पुलिस उप अधीक्षक दलपत सिंह भाटी के सुपर विजन में अज्ञात व्यक्ति की तलाश में विशेष अभियान चलाया गया. राशमी थाना अधिकारी रमेश कविया ने अज्ञात व्यक्ति की मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई और उसके संपर्क में आने वाले नंबरों के अलावा बीटीएस और आईपीडीआर डिटेल निकलवाई गई. इसके अलावा 80 अज्ञात लोगों से पूछताछ की गई तथा हाईवे पर चित्तौड़ लाखों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए.
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काफी पड़ताल के बाद उस अज्ञात व्यक्ति की पहचान सजनवा थाना सदर चित्तौड़गढ़ निवासी देवीलाल पुत्र शंकर लाल जाट के रूप में हो पाई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपी उदयपुर के फतेह नगर पुलिस थाने का वांछित अपराधी है और उसके खिलाफ एनडीपीएस की धारा 18|15 के तहत वांछित है. पुलिस ने न्यायालय में पेश कर उससे रिमांड पर लिया है. पूछताछ के आधार पर उसके साथियों का पता लगाया जा रहा है.