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राजनीतिक नियुक्तियों पर कोरोना ग्रहण, राजयोग के लिए इंतजार हुआ लंबा - अशोक गहलोत सरकार

राजस्थान में कांग्रेस की सरकार के गठन के बाद नेताओं और कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि अब उन्हें भी सत्ता में भागीदारी मिलेगी. तब सीएम अशोक गहलोत ने इसके लिए कवायद भी शुरू कर दी थी. लेकिन पहले निकाय चुनाव और बाद में पंचायत राज चुनाव आ गए थे. वहीं मार्च से ही कोरोना संक्रमण का दौर है. ऐसे में कांग्रेस की राजनीतिक नियुक्तियां अभी तक नहीं हो पाई है.

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नियुक्तियों पर कोरोना ग्रहण
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Published : Jun 26, 2020, 7:22 PM IST

चित्तौड़गढ़. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने लंबा समय हो चुका है. दिसंबर 2018 में गहलोत सरकार ने पुनः प्रदेश की कमान संभाली थी. तब आस थी कि शीघ्र राजनीतिक नियुक्तियां होगी. पहले तो काफी इंतजार करना पड़ गया और बाद में तीन माह से कोरोना का दौर शुरू हो गया. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के राज योग पर अब कोरोना का ग्रहण भारी पड़ता लग रहा है. इसी के चलते अब राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार और लंबा हो गया है.

राजयोग के लिए इंतजार हुआ लंबा

लेकिन खबर मिली है कि हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सूचियां मांगी है. जिला कांग्रेस कमेटी ने भी जिले से सूचियां बना कर भेजी है. ऐसी संभावना है कि आगामी दिनों में नियुक्तियां हो सकती है. चित्तौड़गढ़ में भी राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कई महत्वपूर्ण पद है, जिन पर नियुक्तियां होनी है. लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि राजनीतिक नियुक्तियों में ऊपर के स्तर पर खींचतान नहीं हो.

पढ़ेंः समय का सदुपयोग, जोधपुर में लॉकडाउन के दौरान पुजारी परिवार ने सुधारी हेरिटेज बावड़ी

प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के साथ एक्सरसाइज भी की गई. सरकार और संगठन में समन्वय के लिए बनी समिति ने अपनी बैठक भी की, जिसमें तय हुआ कि राजनीतिक नियुक्तियां 31 मार्च तक कर दी जाएगी. सीएम गहलोत ने कुछ समितियां बना कर उसमें कार्यकर्ताओं को लिया. इसके बाद इसमें तेजी आती उससे पहले ही देश और प्रदेश में कोरोना फैलने लगा. प्रदेश में भी 21 मार्च को लॉकडाउन लगा दिया गया और पूरी सरकार इससे निपटने में लग गई. वहीं प्रदेश सरकार फिलहाल कोरोना को रोकने के उपायों में लगी है.

वैसे तो राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर प्रदेश में कई पद हैं, लेकिन चित्तौड़गढ़ में श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल बोर्ड का गठन महत्वपूर्ण है. इसमें चेयरमैन के साथ ही आठ-दस सदस्यों की नियुक्ति होती है. इसके अलावा यूआईटी चेयरमैन का भी महत्वपूर्ण पद है. बाल कल्याण समिति में अध्यक्ष सहित अन्य पद हैं. वहीं गत दिनों ही सरकार ने इसके लिए तो बकायदा आवेदन मांगे थे.

पढ़ेंः राजस्थान : अजमेर में बाबा रामदेव के खिलाफ याचिका दायर

इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने तो चौथी बार सूचियां भेज दी है. नियुक्तियों को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी तो नहीं है, लेकिन समय पर नियुक्तियां हो जाए तो अच्छा ही है. वहीं एआईसीसी सदस्य और पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने बताया कि यह राजनीतिक प्रक्रिया है. राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने भी कहा था कि शीघ्र नियुक्तियां होगी. जिला कांग्रेस कमेटी ने इसके लिए सूचियां भेजी है.

चित्तौड़गढ़. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने लंबा समय हो चुका है. दिसंबर 2018 में गहलोत सरकार ने पुनः प्रदेश की कमान संभाली थी. तब आस थी कि शीघ्र राजनीतिक नियुक्तियां होगी. पहले तो काफी इंतजार करना पड़ गया और बाद में तीन माह से कोरोना का दौर शुरू हो गया. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के राज योग पर अब कोरोना का ग्रहण भारी पड़ता लग रहा है. इसी के चलते अब राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार और लंबा हो गया है.

राजयोग के लिए इंतजार हुआ लंबा

लेकिन खबर मिली है कि हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सूचियां मांगी है. जिला कांग्रेस कमेटी ने भी जिले से सूचियां बना कर भेजी है. ऐसी संभावना है कि आगामी दिनों में नियुक्तियां हो सकती है. चित्तौड़गढ़ में भी राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कई महत्वपूर्ण पद है, जिन पर नियुक्तियां होनी है. लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि राजनीतिक नियुक्तियों में ऊपर के स्तर पर खींचतान नहीं हो.

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प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के साथ एक्सरसाइज भी की गई. सरकार और संगठन में समन्वय के लिए बनी समिति ने अपनी बैठक भी की, जिसमें तय हुआ कि राजनीतिक नियुक्तियां 31 मार्च तक कर दी जाएगी. सीएम गहलोत ने कुछ समितियां बना कर उसमें कार्यकर्ताओं को लिया. इसके बाद इसमें तेजी आती उससे पहले ही देश और प्रदेश में कोरोना फैलने लगा. प्रदेश में भी 21 मार्च को लॉकडाउन लगा दिया गया और पूरी सरकार इससे निपटने में लग गई. वहीं प्रदेश सरकार फिलहाल कोरोना को रोकने के उपायों में लगी है.

वैसे तो राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर प्रदेश में कई पद हैं, लेकिन चित्तौड़गढ़ में श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल बोर्ड का गठन महत्वपूर्ण है. इसमें चेयरमैन के साथ ही आठ-दस सदस्यों की नियुक्ति होती है. इसके अलावा यूआईटी चेयरमैन का भी महत्वपूर्ण पद है. बाल कल्याण समिति में अध्यक्ष सहित अन्य पद हैं. वहीं गत दिनों ही सरकार ने इसके लिए तो बकायदा आवेदन मांगे थे.

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इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने तो चौथी बार सूचियां भेज दी है. नियुक्तियों को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी तो नहीं है, लेकिन समय पर नियुक्तियां हो जाए तो अच्छा ही है. वहीं एआईसीसी सदस्य और पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने बताया कि यह राजनीतिक प्रक्रिया है. राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने भी कहा था कि शीघ्र नियुक्तियां होगी. जिला कांग्रेस कमेटी ने इसके लिए सूचियां भेजी है.

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