चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय पर नारकोटिक्स विभाग कार्यालय में इन दिनों अफीम वर्ष 2020-21 के दौरान अफीम की खेती के लिए किसानों को लाइसेंस वितरित किया जा रहा है. आगामी 9 नवंबर तक अफीम लाइसेंस का वितरण होगा. अब तक जिले में 577 गांवों के 12 हजार से अधिक किसानों को अफीम की लाइसेंस वितरित किया जा चुका है. वहीं करीब 15 हजार किसानों को अफीम के लाइसेंस का वितरण होना है.
चित्तौड़गढ़ जिला अफीम बाहुल्य क्षेत्र में आता है. जिला मुख्यालय पर वर्ष 2020-21 के लिए नारकोटिक्स विभाग की ओर से कार्यालय में अफीम की खेती के लिए किसानों को लाइसेंस का वितरण किया जा रहा है. विभाग द्वारा जिले को अलग-अलग तीन खंडों में विभाजित किया हुआ है. इसमें 6 नवंबर तक तीनों खंडों को मिलाकर अभी तक कुल 577 गांव के 12 हजार से अधिक अफीम किसानों को लाइसेंस दिए गए हैं. इसमें प्रथम खंड में कुल 249 गांव के 4320 किसानों, द्वितीय खंड में 151 गांव के 3696 किसानों व तृतीय खंड के 177 गांव के 3991 अफीम किसानों को अभी तक लाइसेंस का वितरण किया जा चुका है.
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गौरतलब है कि गत माह वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले नारकोटिक्स विभाग की और से अफीम बुवाई के लिए पॉलिसी जारी की गई थी. बाद में नारकोटिक्स मुख्यालय के आदेश पर 27 अक्टूबर से नारकोटिक्स विभाग द्वारा जिले में कुल 15,000 से अधिक अफीम किसानों के लिए वर्ष 2020 -21 के लिए लाइसेंस का वितरण शुरू किया था. लाइसेंस वितरण का कार्य इस 9 नवम्बर तक चलेगा. अगर नियत तिथि तक भी लाइसेंस वितरण का कार्य पूर्ण नहीं होता है, तो समय बढ़ाया भी जा सकता है.
लाइसेंस वितरण में तीनों ही खंडों में कोरोना गाइडलाइन के नियमों की पालना की जा रही है और सभी किसानों को मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग कि भी पालना कराई जा रही है.