चित्तौडगढ़. केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पतालों की स्थितियां सुधारने के लिए चलाए जा रहे काया कल्प अभियान के तहत चित्तौडगढ़़ जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया. इसमें तीन सदस्यीय दल सोमवार को चित्तौडग़ढ़ आना था. लेकिन, अपरिहार्य कारणों से निरीक्षण के दल में शामिल एक सदस्य ही मंगलवार सुबह जिला चिकित्सालय पहुंचा तो दूसरे सदस्य ने दोपहर में चिकित्सालय का निरीक्षण किया.
जानकारी के अनुसार काया कल्प टीम के सदस्यों में से मोहम्मद हुसैन बोहरा पहले और पं. देवनायक जोशी बाद में पहुंचे और चिकित्सालय का निरीक्षण किया. सदस्यों ने ऑपरेशन थियेटर, लैबर रूम, एसएनसीयू, जनरल वार्ड सहित इमरजेंसी इकाई और अन्य इकाईयों का बारीकी से निरीक्षण किया.
काया कल्प की यह टीम 16 बिंदुओं पर निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर जिले के अस्पताल की रैंकिंग तय होगी और अस्पताल को बजट दिया जाएगा, जो अस्पताल के विकास कार्यों के लिए काम आएगा. गौरतलब, है कि पूर्व में कायाकल्प अभियान के दौरान जिले को अच्छी रैंकिंग हासिल हुई थी, जिसके बाद आधारभूत विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा 20 लाख रूपए की राशि दी गई थी.
जानकारी में सामने आया कि काया कल्प टीम का यह दौरा सोमवार को होने वाला था. लेकिन, किसी कारण से टीम के सदस्य मंगलवार को पहुंचे. तब तक जिला चिकित्सालय प्रशासन सभी खामियों को दूर कर लिया जिससे कि टीम के सदस्यों को कोई खामी नजर ना आए और उन्हें पूरे नंबर मिले. निरीक्षण में भी ऐसा ही हुआ और पूरे चिकित्सालय में कहीं भी खामी नहीं दिखी. सभी कमियों को गत 2 दिनों में पूरा कर दिया गया है. काया कल्प टीम के सदस्य मोहम्मद हुसैन के दौरे के समय चिकित्सक मनीष वर्मा सहित नर्सिंग कर्मचारी मौजूद रहे.