चित्तौड़गढ़. हरियाली अमावस्या पर प्रमुख शक्तिपीठ जोगणिया माता और कृष्ण धाम सांवलिया सेठ के दर्शन पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. कोरोना केस फिर से बढ़ रहे हैं, ऐसे में दोनों ही प्रमुख धर्म स्थलों के प्रबंधन की ओर से जिला प्रशासन के आग्रह पर 7 और 8 अगस्त को दर्शन बंद रखने का ऐलान किया है. लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए पुलिस की ओर से जगह-जगह बेरीकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी.
जिला प्रशासन ने यह निर्णय इन स्थानों पर हरियाली अमावस्या पर आने वाली लोगों की भीड़ को देखते हुए किया गया है. इस संबंध में प्रशासन के निर्देशानुसार जोगणिया माता शक्तिपीठ कार्यालय में संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी की अध्यक्षता में आवश्यक हुई मीटिंग में पुलिस और मंदिर प्रशासन के अधिकारी और पुरोहितों के साथ हरियाली अमावस को लेकर विस्तार से चर्चा की गई.
मंदिर प्रबंधन की ओर से यह है निर्णय लिया गया कि विश्वव्यापी महामारी कोरोना से अत्यधिक भीड़ में एक-दूसरे से संक्रमण के बचाव के लिए हरियाली अमावस्या पर 7 एवम 8 अगस्त को 2 दिन के लिए जोगणिया माता शक्ति पीठ मंदिर में दर्शन श्रद्धालुओं के लिए पूर्णतया बंद रहेंगे. मंदिर का मुख्य द्वार बंद रहेगा एवं पर्यटकों को मेनाल क्षेत्र में आने की इजाजत नहीं होगी.
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श्री जोगणिया माता शक्तिपीठ परिसर एवं पर्यटक स्थल मेनाल क्षेत्र में आने की इजाजत नहीं होगी. रास्तों पर बैरीकेडिंग कर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. दोनों स्थलों पर दोनों दिन समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान को पूर्णतया बंद रखा जाएगा. जोगणिया माता शक्ति पीठ मंदिर में नियमित पूजा पाठ, श्रृंगार,भोग, आरती अनुष्ठान एवं नियमित व्यवस्था सुचारु रूप से जारी रहेगी.
इसी प्रकार सांवलिया सेठ के दर्शन भी 7 और 8 अगस्त को बंद रहेंगे. मंदिर मंडल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतन कुमार स्वामी ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए दोनों ही दिन दर्शन पूर्णता बंद रहेंगे. हरियाली अमावस्या पर दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं ऐसे में भीड़ के चलते संक्रमण फैल सकता है. इसे देखते हुए मंदिर बंद रहेगा, हालांकि नियमित आरती-पूजा जारी रहेगी.