चित्तौड़गढ़. डोडा चूरा नष्टीकरण को लेकर भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दल आमने-सामने हो गए हैं. मंत्री उदयलाल आंजना (Minister Udaialal Anjana) के बयान पर पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सरकार (Gehlot Government) बीजेपी के आंदोलनों से घबरा गई है. उससे मजबूर होकर डोडा चूरा नष्ट करने को लेकर कांग्रेस अपना पक्ष रख रही है.
अफीम बाहुल्य क्षेत्र चित्तौड़गढ़ में 3 सालों से बंद पड़ी डोडा चूरा नष्ट करने को लेकर राजनीतिक विवाद गहरा गया है. इस मामले में दो दिन पहले मंत्री उदयलाल आंजना ने बयान दिया था. इसके जवाब में मंगलवार को पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने पलटवार करते हुए कहा कि डोडा चूरा नष्ट करने का नाम पर भाजपा के आंदोलनों से मजबूर होकर कांग्रेस अपना पक्ष सामने रख रही है. सरकार भाजपा के आंदोलन से घबराई हुई है. पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी मंगलवार को जिला प्रमुख सुरेश धाकड़ की ओर से आयोजित पूर्व जिला प्रमुख सम्मान कार्यक्रम में शामिल होने चित्तौड़गढ़ आए.
इस दौरान पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा नहीं किया. केंद्र में हमारी सरकार रही हो या राज्य में, भाजपा ने किसानों का भला किया है. उन्होंने कहा कि देश में अटलजी की सरकार थी या वर्तमान में मोदीजी की सरकार, अफीम नीति में लाखों लोगों का भला किया. बीजेपी ने किसानों को अफीम के लाइसेंस दिलवाए. कृपलानी ने कहा कि यह जो डोडा चूरा का मामला है, यह राजस्थान सरकार का मामला है. राजस्थान सरकार का आबकारी महकमा इसको देखता है.
कृपलानी ने कहा कि राजस्थान में पहली बार वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री मंत्री बनी थी तो हम सब लोग उनसे मिले थे. राजस्थान में कांग्रेस के 55 साल के राज में 2 रुपए किलो डोडा चूरा बिकता था. इसे बढ़ा कर हमने 2 से 200 रुपए प्रति किलो करवाया. आज कांग्रेस के मंत्री महोदय कह रहे हैं कि हम किसानों का भला करेंगे. कहां गया वह भला जब 55 साल तक किसानों से 2 किलो में डोडा चूरा लेते थे.
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उन्होंने कहा कि पहले कह रहे थे कि किसानों से हम 3 साल का डोला चूरा लेंगे. अब कह रहे हैं कि किसानों से घोषणा पत्र लेंगे. फिर पहले 3 साल के डोडा चूरा लाने का नोटिस किसानों को क्यों दिया. कृपलानी ने आरोप लगाया कि यह सब भ्रष्टाचार का खेल है. भ्रष्टाचार कांग्रेस करना चाह रही थी. भारतीय जनता पार्टी ने जगह-जगह आंदोलन किया है. इसकी वजह से मजबूर होकर कांग्रेस के नेताओं को यह कहना पड़ रहा है कि डोडा चूरा नष्टीकरण को लेकर हम किसानों को परेशान नहीं होने देंगे. वरना ये 20 से 40 हजार तक एक-एक किसान से ले लेते. उसके बाद उससे घोषणा पत्र लेकर छोड़ देते. भ्रष्टाचार को किसी ने रोका है तो वह बीजेपी है.
यह है पूरा मामला
चित्तौड़गढ़ में पिछले 3 साल से डोडा चूरा का नष्टीकरण नहीं हुआ है. ऐसे में पिछले दिनों राज्य सरकार के आबकारी विभाग ने किसानों को नोटिस जारी करते हुए डोडा चूरा नष्टीकरण का कार्यक्रम जारी कर दिया. इसमें किसानों से 3 साल का डोडा चूरा मांगा है.
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आबकारी महकमे की ओर से नोटिस जारी करने के बाद इस निर्णय का बीजेपी के साथ ही अफीम किसानों ने विरोध शुरू कर दिया. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए और गहलोत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपे गए. जिसमें कहा गया कि बरसात के मौसम में डोडा चूरा खराब हो जाता है. किसानों ने डोडा चूरा खेतों में डाल कर नष्ट कर दिया. जिससे कि खाद बन जाए.
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र भी लिखा था. इसके बाद डोडा चूरा नष्टीकरण को लेकर प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने एक बयान जारी किया था. जिसमें उन्होंने डोडा चूरा नष्ट करने के मामले में भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया था. उसी पर पलटवार करते हुए मंगलवार को पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने बयान जारी किया है.