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पूर्व जिला प्रमुख ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दर्ज कराया दहेज उत्पीड़न का मामला

चित्तौड़गढ़ की पूर्व जिला प्रमुख लीला जाट ने अपने पति राजू जाट व काका ससुर पूर्व विधायक बद्री लाल जाट सहित 7 लोगों पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है. पीड़िता का आरोप है कि उसके पति व ससुराल के लोग उससे डेढ़ करोड़ रुपये की मांग कर रहे थे. पैसे नहीं देने पर उसे घर से निकाल दिया है.

former district chief Leela Jaat, dowry harassment case
पूर्व जिला प्रमुख ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दर्ज कराया दहेज उत्पीड़न का मामला
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Published : Jan 6, 2021, 10:43 PM IST

कपासन (चित्तौड़गढ़). पूर्व जिला प्रमुख लीला पत्नी राजू जाट ने पति व काका ससुर पूर्व विधायक बद्री लाल जाट सहित 7 लोगों पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है. 6 साल पूर्व जबरन जिला प्रमुख चुनाव में आवेदन पर हस्ताक्षर करवाने का भी आरोप लगाया है.

पुलिस के अनुसार गांव सिंहपुर हाल उचनार खुर्द निवासी पूर्व जिला प्रमुख लीला पत्नी राजू जाट ने पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ को डाक के जरिए परिवाद पेश किया है. जिसमें बताया है कि उसका विवाह 12 साल पहले सिंहपुर निवासी राजू पुत्र गोवर्धन लाल जाट के साथ हुआ था. विवाह उपरान्त में अपने सुसराल आने जाने लग गई. प्रार्थी लीला ने बताया कि उसका पति राजू शुरू से ही उसे पसंद नहीं करता था और कहता था कि मेरे काका बद्री लाल विधायक रह चुके हैं. विवाह के समय बड़े बड़े लोग आए, जिनकी तेरे परिवार वालों ने आवभगत ढंग से नहीं की, जिससे हमारी नाक कट गई.

साथ ही आरोप बताया कि साल 2015 में जिला प्रमुख के चुनाव होने से पूर्व मेरे पति, ससुर व काका ससुर व उनकी पत्नी ने कहा कि तुझे जिला प्रमुख का चुनाव लड़ना होगा. क्योंकि घर में ज्यादा पढ़ी-लिखी तू ही है. जिस पर प्रार्थी के चुनाव लड़ने से मना करने के बावजूद उक्त चारों ने उसके नाम का जिला प्रमुख का आवेदन भर कर जबरन हस्तक्षार करवाए और चुनाव जीतने पर मुझे जिला प्रमुख बना दिया.

जिला प्रमुख बनने के एक साल बाद चारों ने कहा कि तुझे जिला प्रमुख बनाने में हमारे डेढ़ करोड़ रुपये खर्च हो गए हैं. वो पैसे तुझे अपने पीहर से लाकर हमें देने होंगे. मेरे पिताजी ने मेरी गृहस्ती बचाने के लिए घटना के एक सप्ताह बाद 8 लाख रुपये मेरे ससुर व काका ससुर को दिए. चुनाव खर्च की शेष रकम मेरे पिता द्वारा नहीं दिए जाने पर ससुराल वालों ने मार्च 2017 में घर से निकाल दिया. तभी से मैं मेरे पीहर में निवास कर रही हूं.

पढ़ें- मंगेतर ने फोन दिलाने के बहाने नाबालिग को बुलाया, अगले दिन खेत में गड़ी मिली लाश

पूर्व जिला प्रमुख लीला जाट ने आरोप लगाया कि दस दिन पूर्व उसके पिता सिंहपुर ससुराल छोड़ने आए. परन्तु सुसराल वालों ने रखने से मना कर दिया. प्रार्थी ने ससुराल पक्ष द्वारा स्त्रीधन छीन कर घर में नहीं रखने का आरोप लगाते हुए ससुराल वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.

पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच काउंसलिंग करवा कर सुलह कराने का भी प्रयास किया, लेकिन आपसी समझौता नहीं होने से प्रार्थी ने कानूनी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने अपराध धारा 498 अ, 406 व 4 में प्रकरण दर्ज कर मामले का जांच कपासन थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को सौंपी है.

कपासन (चित्तौड़गढ़). पूर्व जिला प्रमुख लीला पत्नी राजू जाट ने पति व काका ससुर पूर्व विधायक बद्री लाल जाट सहित 7 लोगों पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है. 6 साल पूर्व जबरन जिला प्रमुख चुनाव में आवेदन पर हस्ताक्षर करवाने का भी आरोप लगाया है.

पुलिस के अनुसार गांव सिंहपुर हाल उचनार खुर्द निवासी पूर्व जिला प्रमुख लीला पत्नी राजू जाट ने पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ को डाक के जरिए परिवाद पेश किया है. जिसमें बताया है कि उसका विवाह 12 साल पहले सिंहपुर निवासी राजू पुत्र गोवर्धन लाल जाट के साथ हुआ था. विवाह उपरान्त में अपने सुसराल आने जाने लग गई. प्रार्थी लीला ने बताया कि उसका पति राजू शुरू से ही उसे पसंद नहीं करता था और कहता था कि मेरे काका बद्री लाल विधायक रह चुके हैं. विवाह के समय बड़े बड़े लोग आए, जिनकी तेरे परिवार वालों ने आवभगत ढंग से नहीं की, जिससे हमारी नाक कट गई.

साथ ही आरोप बताया कि साल 2015 में जिला प्रमुख के चुनाव होने से पूर्व मेरे पति, ससुर व काका ससुर व उनकी पत्नी ने कहा कि तुझे जिला प्रमुख का चुनाव लड़ना होगा. क्योंकि घर में ज्यादा पढ़ी-लिखी तू ही है. जिस पर प्रार्थी के चुनाव लड़ने से मना करने के बावजूद उक्त चारों ने उसके नाम का जिला प्रमुख का आवेदन भर कर जबरन हस्तक्षार करवाए और चुनाव जीतने पर मुझे जिला प्रमुख बना दिया.

जिला प्रमुख बनने के एक साल बाद चारों ने कहा कि तुझे जिला प्रमुख बनाने में हमारे डेढ़ करोड़ रुपये खर्च हो गए हैं. वो पैसे तुझे अपने पीहर से लाकर हमें देने होंगे. मेरे पिताजी ने मेरी गृहस्ती बचाने के लिए घटना के एक सप्ताह बाद 8 लाख रुपये मेरे ससुर व काका ससुर को दिए. चुनाव खर्च की शेष रकम मेरे पिता द्वारा नहीं दिए जाने पर ससुराल वालों ने मार्च 2017 में घर से निकाल दिया. तभी से मैं मेरे पीहर में निवास कर रही हूं.

पढ़ें- मंगेतर ने फोन दिलाने के बहाने नाबालिग को बुलाया, अगले दिन खेत में गड़ी मिली लाश

पूर्व जिला प्रमुख लीला जाट ने आरोप लगाया कि दस दिन पूर्व उसके पिता सिंहपुर ससुराल छोड़ने आए. परन्तु सुसराल वालों ने रखने से मना कर दिया. प्रार्थी ने ससुराल पक्ष द्वारा स्त्रीधन छीन कर घर में नहीं रखने का आरोप लगाते हुए ससुराल वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.

पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच काउंसलिंग करवा कर सुलह कराने का भी प्रयास किया, लेकिन आपसी समझौता नहीं होने से प्रार्थी ने कानूनी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने अपराध धारा 498 अ, 406 व 4 में प्रकरण दर्ज कर मामले का जांच कपासन थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को सौंपी है.

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