चित्तौड़गढ़. राज्य सरकार के 1 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों की जानकारी देने के लिए जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से लगाई प्रदर्शनी मात्र औपचारिकता बनकर रह गई है. प्रचार-प्रसार के अभाव में लोग नहीं पहुंचे. तो वहीं भूले भटके अगर कोई आ भी जाये तो सम्बंधित विभाग के अधिकारी ही नहीं मिलते. यहां 11 विभागों की प्रदर्शनी है और 11 कर्मचारी भी उपस्थित नहीं हैं. ऐसे में लाखों रुपये खर्च कर लगाई इस प्रदर्शनी के औचित्य पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं.
बता दें कि जिला मुख्यालय पर महज औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए लगाई गईं प्रदर्शनी का उद्घाटन जिले के प्रभारी मंत्री भजनलाल जाटव ने शुक्रवार को किया था. जिसमें 11 विभिन्न विभागों की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए फ्लेक्स लगाए गए हैं, जिससे कि प्रदर्शनी में आने वाले आमजन को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा सके.
लेकिन, इस प्रदर्शनी शुक्रवार को उद्घाटन होने के बाद अगले 2 दिनों में कुछ विभागों सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग, आजीविका कौशल विभाग और समाज कल्याण को छोड़ कर सभी विभागों के कर्मचारी प्रदर्शनी से नदारद पाए गए.
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प्रदर्शनी का पहले ही प्रचार प्रसार नहीं हुआ और कर्मचारियों की उदासीनता को देख कर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार की करोड़ों रुपए की विभिन्न योजनाओं के प्रति उनका किसी प्रकार का कोई रुझान नहीं है. इसी के चलते आमजन भी इस प्रदर्शनी से और योजनाओं से दूरी बनाता हुआ दिखाई दे रहा है.
प्रदर्शनी के नाम पर सरकारी खजाने से लाखों रुपए खर्च किया गया है. उस प्रदर्शनी में आमजन और सरकारी कर्मचारी की दूरी खर्च हुए लाखों रुपए और योजनाओं के नाम पर पानी फेरता हुआ दिखाई दे रहा है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरकारी कर्मचारी और आमजन में इस तरह के प्रदर्शनों में रुचि नहीं है, तो फिर आम जन कैसे इस प्रदर्शनी तक पहुंचेगा और लाखों रुपए को इस प्रकार व्यर्थ में खर्च करने का क्या औचित्य है.