चित्तौड़गढ़. जिले के निंबाहेड़ा में तीन दिन में ही आठ पॉजिटिव केस सामने आ गए हैं, लेकिन ना तो प्रशासन की सख्ती दिख रही है और ना ही लोगों की लापरवाही कम होने का नाम ले रही है. जिला मुख्यालय पर बाजारों में रौनक में कोई कमी दिखाई नहीं दे रही है. बाजार खुलने के साथ ही भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
बता दें कि शहर के मुख्य चौराहों पर जाम की स्थिति देखी जा सकती है. अप्सरा टॉकीज चौराहे पर आकर सभी रास्ते मिल जाते हैं और यहां पर सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक एक जैसी यातायात अवरुद्ध की स्थिति रोजाना देखी जा रही है. इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां तो उड़ ही रही है. साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
जानकारी के अनुसार शहर के दो मुख्य चौराहे कलक्ट्री एवं अप्सरा टॉकीज चौराहे पर पूरे चित्तौड़गढ़ नगर परिषद क्षेत्र के यातायात का दबाव रहता है. कुछ दिनों पूर्व तक पुरानी एवं नई दोनों पुलिया पर यातायात रहता था. कुछ दिनों पूर्व जिला प्रशासन ने महाराणा प्रताप सेतु मार्ग को बल्लियां लगा कर बंद कर दिया. ऐसे में सारा यातायात का दबाव अप्सरा टॉकीज चौराहे पर पड़ गया.
वहीं शनिवार व सोमवार को आई जांच रिपोर्ट में जिले में कुल आठ कोरोना पॉजिटिव रोगी सामने आ गए हैं. ऐसे में प्रशासन को सख्ती बढ़ानी चाहिए. साथ ही लोगों को भी अब इस चुनौती से निपटने के लिए सजग होना चाहिए, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है और लापरवाही बरती जा रही है. बता दें कि मंगलवार को सुबह बाजार खुले तो अन्य लॉकडाउन के दिनों की तरह भारी भीड़ लग गई.
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चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से निंबाहेड़ा 35 किलोमीटर दूर है और लोगों की आवाजाही भी आसानी से हो जाती है. चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर सख्ती रखने की आवश्यकता थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.