चित्तौड़गढ़. जिले के बस्सी कस्बे में तीन तलाक पीड़िता के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़िता ने ससुराल पक्ष पर मारपीट का आरोप लगाया है. वहीं, इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. बस्सी थाना पुलिस का कहना है कि आपसी विवाद झगड़ा हुआ है. पीड़िता की ओर से पुलिस थाने में भी मारपीट को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं दी है.
जानकारी के अनुसार, चित्तौड़गढ़ जिले में तीन तलाक का पहला मामला बस्सी कस्बे में सामने आया था. इसके संबंध बस्सी थाने पर प्रकरण भी दर्ज हुआ था. वहीं, शनिवार रात को भी पीड़िता से मारपीट कर घर से बाहर निकालने की बात सामने आई थी. पीड़िता पुलिस के पास पहुंची थी, जिस पर इसे चिकित्सालय में रुकवाया गया. गौरतलब है कि पिछली बार भी जब पीड़िता पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के सामने उपस्थित हुई, तब भी पीड़िता ने मारपीट का आरोप लगाया था. रविवार शाम को तीन तलाक पीड़िता मकान का ताला तोड़ रही थी. इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई. इसी दौरान उसके साथ मारपीट हुई.
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इस संबंध में बस्सी थानाधिकारी सुरेश विश्नोई ने बताया कि पीड़िता की ओर से दी गई तीन तलाक की रिपोर्ट पर पुलिस ने ससुराल पक्ष से पति, ससुर सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया था. पीड़िता तीन तलाक का मुकदमा दर्ज होने और पति सहित अन्य की गिरफ्तारी होने के बाद भी वह ससुराल में ही रह रही है. ऐसे में इनके बीच छोटे-मोटे विवाद हो रहे हैं. शनिवार रात को उसे घर से निकाला था तो यह पुलिस थाने आई थी. इस पर उसे रात बस्सी चिकित्सालय में रुकवाया था. थानाधिकारी ने बताया कि रविवार को पीड़िता ससुराल गई, तो वहां ताला लगा हुआ था और घर पर कोई मौजूद नहीं था. इसने ताला तोड़ने का प्रयास किया तो सुसराल वालों ने विरोध किया. इसकी सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी.
एक और आरोपित गिरफ्तार...
चित्तौड़गढ़. जिले की मंगलवाड़ थाना पुलिस की ओर से पकड़े गए फर्जी लाइसेंस प्रकरण के मामले में अनुसंधान कर रही भादसोड़ा थाना पुलिस ने एक और आरोपित को गिरफ्तार किया है. इसके कब्जे से फर्जी रूप से बनाया गया उसका स्वयं का एक लाइसेंस भी बरामद किया है. फर्जी लाइसेंस प्रकरण में अब तक यह तीसरी गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. भादसोड़ा थाना पुलिस के अनुसार गत 14 फरवरी को मंगलवाड़ थानाधिकारी विक्रमसिंह ने मय जाब्ते के एक डिकोय ऑपरेशन के दौरान मंगलवाड़ निवासी देवेंद्रदास के पास एक डमी ग्राहक बना कर भेजा व फर्जी लाइसेंस बनवाया था. इसके बाद देवेंद्रदास के घर पर दबिश देकर बड़ी संख्या में खाली चिप लगे पीवीसी कार्ड, लैपटॉप, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव सहित फर्जी दस्तावेज बनाने के दस्तावेज बरामद किए थे. मौके से देवेंद्र दास और इसके एक एजेंट ऋषि अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था.