चित्तौड़गढ़. जिले में अभी मानसून की बारिश ज्यादा नहीं हुई है. वहीं, चितौड़गढ़ के नवनियुक्त जिला कलेक्टर केके शर्मा ने सोमवार को शहर में बरसाती नालों और डूब क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान गंभीरी नदी में गंदगी को देखकर नाराजगी जताई. उन्होंने नदी के साथ ही नालों की सफाई कराने और विभिन्न क्षेत्रों में बनाए गए डंपिंग यार्ड से कचरा उठाने के भी निर्देश दिए हैं.
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जिला मुख्यालय पर अब शीघ्र ही मानसूनी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है. इसके चलते हाल ही में पदभार ग्रहण करने वाले नवनियुक्त जिला कलेक्टर केके शर्मा ने शहरी क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान जिला प्रशासन के आला अधिकारी और उनकी टीम के सदस्य भी मौजूद रहे. उनके साथ पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश कुमार कलाल और नगर परिषद आयुक्त दुर्गा कुमारी थी. जिला कलेक्टर ने मुख्य रूप से बंद पड़े नालों, शहर में बीच और बाहर गंभीर नदी में लगे कचरे के ढेर को देखा. ऐसे में जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए तुरंत इसकी सफाई करने के निर्देश दिए.
इसके अलावा जिला कलेक्टर ने गंभीरी नदी में पूरे शहर से गिरने वाले बड़े नालों को भी देखा. जिला कलेक्टर ने शहर की सफाई व्यवस्था भी देखी और उन्होंने नगर परिषद आयुक्त दुर्गा कुमारी को इनकी सफाई कराने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने नगरपालिका कॉलोनी से मिलने वाले नाले को देखा. बाद में अभिमन्यु पार्क पहुंचे, जहां गंभीरी नदी के एनीकट में गंदगी देख यहां की सफाई कराने को कहा. इसके लिए मशीन मंगवाई जाएगी.
जिला कलेक्टर ने अप्सरा टॉकीज के पास कच्ची बस्ती का भी निरीक्षण किया. यहां नाले की टूटी दीवार को देख इसके बारे में जानकारी ली. वहीं, जिला कलेक्टर ने शहर के गांधीनगर और मोहर मंगरी का भी दौरा किया. वहां पर शीघ्रता से सफाई करने के निर्देश दिए. शहर के गणेश मंदिर में निरीक्षण के दौरान पुजारी ने जिला कलेक्टर से शिकायत की. पुजारी ने आरोप लगाया कि नगर परिषद ने मंदिर के पास डंपिंग यार्ड बना दिया है और मृत मवेशी तक डाले जा रहे हैं.