चित्तौड़गढ़. जिले के भैसरोडगढ़ इलाके में दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया युवक रविवार श्याम मंडेसरा झरने में डूबने से मौत हो गई. पुलिस प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद रविवार देर रात तक भी उसकी लाश नहीं निकाली जा सकी थी.
एसडीआरएफ की टीम ने आज ऑपरेशन चला कर किशोर का शव बरामद कर लिया. करीब 40 फीट गहराई में एक चट्टान में शव फंसा था, इसके साथ ही पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के हवाले कर दिया. एसडीआरएफ के हेड कांस्टेबल रामकुमार के मुताबिक मृतक 17 वर्षीय मृत्युंजय बिहार का रहने वाला था, जो फिलहाल रावतभाटा में रह रहा था. मृत्युंजय अपने मित्र कुणाल और नचिकेत के साथ स्कूटी लेकर भैसरोदगढ़ पहुंचा और तीनों ही दोस्त फोटोशूट करने के लिए मंडेसरा झरने पर चले गए.
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यहां फोटोग्राफी के बाद मृत्युंजय नहाने के लिए झरने में उतर गया जबकि उसे तैरना नहीं आता था. हालांकि, दोनों ही मित्रों ने उसे कुंड में जाने से रोका लेकिन उसने एक नहीं सुनी और नहाते नहाते गहराई में चला गया. मृत्युंजय को डूबता देख नचिकेता ने कुंड में छलांग लगा दी जबकि उसे भी तैरना नहीं आता था और वह भी डूबने लगा. कुणाल ने एक लकड़ी पकड़ाकर नचिकेत को बाहर निकाल लिया, जबकि मृत्युंजय गहराई में उतर गया. तहसीलदार कमलेश कुमार कुलदीप और भैसरोडगढ़ थाना प्रभारी कृष्ण चंद्र बुनकर मौके पर पहुंचे और रात 9:00 बजे तक रेस्क्यू चलाया. 11वीं कक्षा के छात्र मृत्युंजय का पता नहीं चल पाया. उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और दोपहर तक तलाश के बाद डीप ड्राइवर कांस्टेबल विनोद कुमार ने करीब 40 फीट गहराई में जाकर मृत्युंजय यादव के शव को निकालने में सफलता हासिल की.