चित्तौड़गढ़. भैंसरोडगढ़ कस्बे में रहने वाला सत्यनारायण पुत्र माणकलाल पंचोली रविवार शाम से अपने घर से निकला था, जो दोबारा घर नहीं लौटा था. मंगलवार देर रात तक भी जब घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।. रिजन लगातार तीन दिनों से उसको ढूंढने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान परिजनों ने भैंसरोडगढ़ पुलिस थाने में भी इसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी.
इधर, बुधवार को क्षेत्र से होकर गुजर रही ब्राह्मणी नदी के समीप एक ग्रामीण खेत की ओर जा रहा था तो उसने ब्राह्मणी नदी झूले के पास नदी में शव को देखा. उसने अन्य ग्रामीणों को सूचना दी कि नदी में कुछ है. इस पर मौके पर पहुंचे तो पाया कि किसी का शव तैर रहा है. ग्रामीणों में तुरंत इसकी सूचना भैंसरोड़गढ़ पुलिस को दी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से शव को बाहर निकाला. आस-पास के लोगों को भी शव दिखाया. शव की शिनाख्त सत्यनारायण पंचोली की रूप में हुई. पुलिस की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने शव को निकलवा कर रावतभाटा मोर्चरी पहुंचाया, जहां उसका पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया.
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पुलिस की प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि युवक कई दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था. वह इससे पहले भी कई बार मरने की बात कर चुका था. घर में उसके माता-पिता दोनों ही बीमार रहते थे. वह कुछ साल पहले नगरपालिका में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करता था. लेकिन मां-बाप के बीमारी के कारण उसने यह कार्य छोड़ दिया और घर पर रहकर भी उनकी देखभाल करता था. इसका बड़ा भाई सरकारी स्कूल में शिक्षक है. परिजनों ने बताया है कि रविवार शाम को 4 बजे वह घर से घूमने का बोल कर निकला था. लेकिन रात तक भी घर नहीं पहुंचा. तब उसकी तलाशी की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला तो गुमशुदगी दर्ज कराई.