चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना वैक्सीनेशन धीरे धीरे रफ्तार पकड़ता दिखाई दे रहा है. खासकर वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाने के बाद इसमें तेजी आई है. कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन की अंतिम तिथि 5 फरवरी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सेंटर की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है. आठवें दिन सेंटर बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया. रविवार को कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाकर ढाई गुणा कर दिए गए. चिकित्सा विभाग के अनुसार सेंटर में बढ़ोतरी के साथ टीकाकरण में और भी तेजी आने की उम्मीद है.
बता दें कि 16 जनवरी को जिले में 4 स्थानों पर सेंटर शुरू किए गए थे. इनमें चित्तौड़गढ़ जिला चिकित्सालय स्थित जीएनएम सेंटर के साथ रावतभाटा, कपासन और निंबाहेड़ा शामिल हैं. इन सेंटर्स पर 4 दिन में 1619 के मुकाबले 1047 हेल्थ वर्कर्स टीका लगवाने के लिए आए. इसके बाद सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सेंटर बढ़ाकर 8 कर दिए गए. इसका परिणाम भी अच्छा सामने आया और एक ही दिन में 864 के मुकाबले 600 से अधिक लोगों का टीकाकरण हो गया.
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर रामकेश गुर्जर के अनुसार इसके साथ ही जिले में वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़कर 65 फीसदी तक पहुंच गया है. रविवार से एमपी बिरला हॉस्पिटल में भी वैक्सीनेशन सेंटर शुरू कर दिया गया. कुल मिलाकर 24 जनवरी से 10 सेंटर पर ये सुविधा शुरू कर दी गई. ऐसे में वैक्सीनेशन की रफ्तार और भी बढ़ने की संभावना है. सरकार ने कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन की अंतिम तिथि 5 फरवरी निर्धारित की गई है. इसे देखते हुए हम नई रणनीति तैयार कर रहे हैं . जिला कलेक्टर केके शर्मा से चर्चा के बाद सरकार की अगली गाइडलाइंस के अनुसार और भी सेंटर शुरू कर शेष हेल्थ वर्कर्स के वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाएगी.