चित्तौड़गढ़. प्रदेश में चल रहे अस्थिर राजनीतिक माहौल के बीच सभी प्रकार की गतिविधियां प्रभावित हो गई हैं. सियासी दांवपेच के बीच चित्तौड़गढ़ में कोरोना जांच लैब का उद्घाटन नहीं हो सका है. कोरोना जांच लैब चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर स्थित पुराने चिकित्सालय भवन में करीब एक हफ्ते पहले बनकर तैयार हुआ है. लेकिन, राजनीतिक उथल-पुथल के बीच इसका उद्घाटन नहीं हो पाया है.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में चित्तौड़गढ़ जिले में भी कोरोना मरीज सामने आए थे. यहां के निंबाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में करीब 165 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं. पहले कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल उदयपुर भेजे जाते थे. वहीं, भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच शुरू होने के बाद सैंपल वहां भेजे जाने लगे हैं. समय पर कोरोना जांच की रिपोर्ट मिले और कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके, इन सब बातों को ध्यान रखने के साथ ही चित्तौड़गढ़ जिले के प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के प्रयासों के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर भी कोरोना संक्रमण की जांच के लिए लैब की स्वीकृति दे दी थी. जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के सहयोग से बनने वाली लैब का कार्य आनन-फानन में तेज गति से चलाया गया. करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से ये लैब बनकर तैयार हुई है और इसमें आवश्यक उपकरण भी लग गए हैं.
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तत्कालीन जिला कलेक्टर और पूर्व विधायक दोनों की भी काफी इच्छा थी कि समय पर ये लैब शुरू हो जाए. एक सप्ताह पूर्व मंगलवार को भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज से टीम आई, जिसने इस लैब का अवलोकन किया था. यहां भीलवाड़ा से सैंपल भी लाए गए, जिनकी प्रायोगिक तौर पर जांच की गई. इस टीम ने यहां के फोटो और वीडियो बनाकर ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टीट्यूट जोधपुर को भेजे, जिनके आधार पर जोधपुर से इस लैब को प्रमाण-पत्र दे दिया और आईडी भी इश्यू कर दी गई. ऐसे में संभावना थी कि जोधपुर से हरी झंडी मिलने के बाद लैब में जांच शुरू हो जाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका लोकार्पण करेंगे. लेकिन. अभी तक लैब शुरू नहीं हो पाई है. कोरोना महामारी को लेकर पूरा विश्व गम्भीर है. ऐसे में चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर कोरोना लैब जल्द शुरू हो जाती है तो फिर जांच के लिए सैंपल भीलवाड़ा नहीं भेजने पड़ेंगे.
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प्रतापगढ़ जिले की कोरोना जांच भी यहां संभव हो जाएगी. जानकारी में सामने आया कि चितौड़गढ़ में नवनिर्मित लैब में कोरोना के प्रतिदिन 250 सैंपल की जांच के अलावा अन्य रोगों की जांच भी हो सकती है. लेकिन, 5-6 दिन से प्रदेश में चल रहे सियासी दांवपेच का असर इस कोरोना लैब पर भी पड़ता दिख रहा है. इस कारण इस लैब का उद्घाटन नहीं हो पाया है. ऐसे में आगामी कुछ दिनों तक इस लैब के उद्घाटन का इंतजार है. फिलहाल इस लैब में ताला लगा है और लाखों रुपये के उपकरण अंदर रखे हुए हैं, जिनका उपयोग नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में नवनियुक्त जिला कलेक्टर केके शर्मा ने बताया कि मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद इस लैब को शुरू कर दिया जाएगा.