जयपुर : स्कूल में बच्चों से पैर दबवाते हुए महिला टीचर का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में नेत्रहीन अध्यापक अजय देवेंदा पर अध्यापिका की छवि खराब करने और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना कर विद्यालय में मोबाइल का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है. बुधवार को नेत्रहीन शिक्षक इन आरोपों के खिलाफ गुहार लगाने शिक्षा मंत्री के दरवाजे पर पहुंचा. इस पर तत्काल सुनवाई करते हुए शिक्षा मंत्री ने शिक्षक को प्रताड़ित करने वाले दोषी अधिकारी प्रधानाध्यापिका और शिक्षिका पर कार्रवाई करने के आदेश दिए.
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि पीड़ित शिक्षक अजय पैरालंपिक का इंटरनेशनल प्लेयर हैं. शिक्षक को प्रताड़ित करने के चलते जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) प्रारंभिक कृष्ण पाल सिंह, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अंजू और आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश संयुक्त निदेशक शिक्षा मंजू शर्मा को दिए हैं.
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ये है मामला : 10 अक्टूबर को जयपुर के करतारपुरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के छात्रों से पैर और कमर दबवाने का वीडियो सामने आया था. इस पर कार्रवाई करते हुए शिक्षिका को एपीओ किया गया. वहीं, बाद में एक नेत्रहीन शिक्षक पर इस वीडियो को बनाने, वीडियो को वायरल करने का आरोप लगाते हुए 16 सीसीए का नोटिस दिया गया. इसका विरोध करते हुए नेत्रहीन शिक्षक ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री का दरवाजा खटखटाया.
पीड़ित अध्यापक अजय देवेंदा ने शिक्षा मंत्री को बताया कि छात्रों से पैर दबवाने वाली अध्यापिका उन्हें वीडियो वायरल करने का दोषी बता कर झूठे आरोप लगाते हुए प्रताड़ित कर रही है. अध्यापिका की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कृष्ण पाल सिंह ने उनके खिलाफ 16 सीसीए की कार्रवाई करते हुए नोटिस भी दिया है, जबकि वो नेत्रहीन हैं. इस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए.