चित्तौड़गढ़. जिले के राशमी क्षेत्र के पहुना गांव में पिछले दिनों संक्रमित आए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के मेल नर्स की मंगलवार रात को उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई. जिसके बाद यहां कोरोना संक्रमितों की मौतों का आंकड़ा 6 पर पहुंच गया है.
कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने के बाद मेल नर्स का उदयपुर के गैस चलित शवदाह गृह में अन्तिम संस्कार किया गया. इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरी सुरक्षा के इन्तजाम किए गए. इससे पहले निम्बाहेड़ा में 2, चित्तौड़गढ़ के चन्देरिया में एक, ऐराल में एक और मंगलवाड़ में एक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है.
मेल नर्स के मृत्यु की सूचना मिलते ही पहुना गांव में शोक की लहर दौड़ गई. हर कोई मेल नर्स की मौत का शबर सुनकर स्तब्ध रह गया. वहीं, मेल नर्स की मौत को लेकर लेकर कस्बे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. सामने आया है कि मेल नर्स को पहले से ही हाई बीपी, डायबिटीज और अन्य बीमारियां थी. जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते मेल नर्स की मृत्यु हुई है, लेकिन उसकी दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई थी. एक तरफ ये भी जानकारी सामने आ रही है कि फेफड़ों में गंभीर संक्रमण और निमोनिया की वजह से उसकी मृत्यु हुई है.
पढ़ेंः परिवहन मंत्री ने पुलिस को लगाई लताड़, कहा- किसी भी अधिकारी को मनमानी और तानाशाही का अधिकार नहीं
कोरोना का एक और मामला आया सामने...
वहीं, चित्तौड़गढ़ में कोरोना संक्रमण के अब महज 5 एक्टिव केस रह गए हैं. इसमें से एक पॉजिटिव तो बुधवार को ही आया है. ये प्रवासी हैं और दो दिन पहले चित्तौड़गढ़ आया था. जिले में अब तक 201 संक्रमण के मामले सामने आए थे, जिनमें से 192 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. वहीं, छह व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है. जिले में अब तक दस हजार से अधिक सैम्पल भी लिए जा चुके हैं.