चित्तौड़गढ़ . जिले के प्रमुख शक्तिपीठों पर आज घटस्थापना के साथ चैत्र नवरात्रा की शुरुआत हो गई है. हालांकि इस दौरान माता के मंदिर भक्तों के लिए बंद रहे लेकिन कुछ स्थानों पर एलईडी के जरिए दर्शन कराने की व्यवस्था की गई.
बता दें कि सोमवार को कलेक्टर ताराचंद मीणा की ओर से धर्मस्थल प्रतिनिधियों की बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण को देखते हुए 30 अप्रैल तक दर्शन बंद रखने का निर्णय किया गया था. उसी की पालना में आज चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर, प्रमुख शक्तिपीठ आसावरा माता, जातला माता के साथ जोगणिया माता शक्तिपीठ मंदिर के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए बंद रखे गए.
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इससे पहले शुभ मुहूर्त पर ध्वजारोहण के साथ माता के मंदिरों में घट स्थापना की गई. जोगणिया माता में माता की विशेष पूजा अर्चना और हवन यज्ञ किया गया. यहांपर भीलवाड़ा-कोटा के साथ-साथ बड़ी संख्या में नीमच मंदसौर से भी माता के भक्त पहुंचे. वहीं, दूरदराज से आने वाले इन श्रद्धालुओं को दर्शन के बिना नहीं लौटना पड़े इसके लिए जोगणिया माता ट्रस्ट की ओर से एलईडी पर दर्शन की व्यवस्था की गई है.
राज्य सरकार के निर्देशानुसार आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन की पालना कर यूट्यूब और मंदिर परिसर के बाहर लगी एलईडी से दर्शन करवाए जा रहे हैं. संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी ने बताया कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए जोगणिया माता परिसर में सौनिटाइजर का छिड़काव करवा दिया गया है.