चित्तौड़गढ़. संपत्ति संबंधी अपराधों चोरी, लूट, नकबजनी, डकैती और वाहन चोरी में वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए रविवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की. साथ ही चालान शुदा आरोपियों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए जिले भर में छापेमार की गई. इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के संदिग्ध ठिकानों पर दबिश देकर 445 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की लगभग सवा सौ पुलिस टीमों ने पौने चार सौ संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की.
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले में चोरी, लूट, नकबजनी, डकैती और वाहन चोरी जैसे संपत्ति संबंधी अपराधों के प्रकरणों में वांछित चल रहे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की कार्रवाई की गई. इस दौरान पिछले 4 वर्षों में इन अपराधों में चालान हुए अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए आरोपियों के संदिग्ध ठिकानों पर तलाशी भी ली गई. वहीं, इस कार्रवाई के दौरान 445 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. जिले के चित्तौड़गढ़, गंगरार, कपासन, बेगूं, रावतभाटा, बड़ीसादड़ी, निम्बाहेड़ा व भदेसर वृत्त थानों के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा पुलिस लाइन व कार्यालय स्टॉफ के कुल 611 पुलिसकर्मियों की 124 टीमें बनाकर 376 संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई.
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दबिश के दौरान संपत्ति संबंधी अपराधों में वांछित चल रहे 30 आरोपी व इसके अलावा अन्य अपराधों के 174 आरोपियों सहित 445 आरोपियों को दबोचा गया. सबसे अधिक 91 अपराधियों को निम्बाहेड़ा वृत्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस की ओर से अचानक हुई इस कार्रवाई से वांछित अपराधियों में हड़कंप मच गया और कई भूमिगत हो गए. बता दें कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पिछले महीने भी जिलेभर में एक साथ दो बार कार्रवाई की गई थी. इस दौरान करीब 1000 से अधिक वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार प्रदेश भर में यह अभियान चलाया जा रहा है. अभियान की इसी कड़ी में चित्तौड़गढ़ जिले में जिला पुलिस की ओर से तीसरी बार कार्रवाई की गई है.