चित्तौड़गढ़. जिले में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैला था. उस पर प्रशासन के प्रयासों से दोगुनी तेजी से काबू पाया गया है. यही कारण है कि कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हुए हैं. ऐसे में प्रशासन ने शुक्रवार सुबह स्वस्थ हुए निम्बाहेड़ा के 51 लोगों को कुंदन लीला रिसोर्ट से डिस्चार्ज कर घर भेजा है. करीब 21 दिन से भी ज्यादा समय से हॉस्पिटल और एकांतवास में रह रहे लोगों के चेहरे पर कोरोना को मात देने की खुशी थी ही, साथ में घर लौटने की खुशी भी देखते ही बन रही थी.
कुंदन लीला रिसोर्ट से स्वस्थ हुए लोगों को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में घर भेजा गया. इस दौरान सभी ने स्वस्थ हुए लोगों की हौंसला अफजाई के लिए ताली बजा कर उत्साहवर्धन किया. यहां तक प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी पहुंचे, जिन्होंने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और स्वस्थ हुए लोगों को शुभकामनाएं दी.
जानकारी के अनुसार जहां पूरे देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है और केंद्र और राज्य सरकार इसकी रोकथाम के लिए प्रयास भी कर रही है. वहीं चित्तौड़गढ़ जिले में भी जिस तरह से कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ा था, उसको देख कर ही लग रहा था कि जिले में संक्रमित लोगों का ग्राफ बहुत ज्यादा बढ़ेगा, लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सजगता से संक्रमित क्षेत्रों में तत्परता पूर्वक कदम उठाने से यह आंकड़ा बहुत ज्यादा नहीं बढ़ पाया और बहुत जल्दी ही चित्तौड़गढ़ ने कोरोना पर जीत पाने के लिए अपने कदम बढ़ा दिए.
जिले में अब तक 168 कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिन्हें समय पर क्वॉरेंटाइन करते हुए उपचार मुहैया कराया गया था. आज उसी का परिणाम है कि 168 में से 51 लोग पूरी तरह से कोरोना पर विजय प्राप्त कर चुके है और उन्हें जिला मुख्यालय पर स्थित एक निजी रिसोर्ट में बनाए गए कोविड-19 केयर सेंटर से उनके घर क्षेत्र निंबाहेड़ा के लिए रवाना किया गया. इस अवसर पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने सभी स्वस्थ हुए लोगों को गुलाब का फूल देकर उनके स्वस्थ रहने की कामना करते हुए घरों की ओर रवाना किया.
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इस अवसर पर जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा, ज़िला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, सीएमएचओ डॉ. इंद्रजीत सिंह, राजकीय चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव, डॉ. देवेश शर्मा सहित चिकित्सा विभाग के कई चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि जिले में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत निम्बाहेड़ा उपखण्ड से ही हुई थी और ज्यादा केस भी निम्बाहेड़ा सी आए हैं. जिले भर से कुल 168 कोरोना पोजेटिव केस पाए गए, जिनमें से 51 पूरी तरह ठीक हो चुके है. वहीं 2 लोगों की मौत भी हुई है.